BRICS मंच से PM मोदी ने भारत की ताकत और आतंकवाद पर सख्त रुख दिखाया। न्यू डेवलपमेंट बैंक, इंफ्रास्ट्रक्चर, और स्थानीय मुद्रा व्यापार के मुद्दों पर भी बोले। जानें सम्मेलन में और क्या रहा खास।
Modi in Brics Summit: पीएम नरेंद्र मोदी ने रूस के कजान शहर में ब्रिक्स के मंच से दुनिया को भारत की ताकत बताई। आतंकवाद के खिलाफ सख्त रुख अपनाते हुए एक स्पष्ट संदेश दिया, ग्लोबल चैलेंजेज से निपटने के लिए BRICS की भूमिका पर भी बोलें। तीन दिवसीय सम्मेलन में रूस के प्रेसीडेंट ब्लादिमिर पुतिन का धन्यवाद देते हुए पीएम मोदी ने कहा कि BRICS दुनिया की 40% आबादी और 30% ग्लोबल इकोनॉमी का प्रतिनिधित्व करता है।
NDB को लेकर पीएम मोदी ने कही ये बड़ी बात
पीएम मोदी ने न्यू डेवलपमेंट बैंक (NDB) की तारीफ करते हुए कहा कि पिछले 10 वर्षों में यह बैंक ग्लोबल साउथ के देशों के डेवलपमेंट के लिए एक महत्वपूर्ण विकल्प बनकर उभरा है। भारत की GIFT सिटी में इस बैंक की एक्टिविटीज को मजबूती मिली है, एनडीबी को बैंक के विस्तार के साथ बाजार तक पहुंच बनाने को प्रॉयरिटी देनी चाहिए।
गतिशक्ति पोर्टल से विकास योजनाओं को लागू करने में मदद
प्रधानमंत्री मोदी ने अपने भाषण में इंफ्रास्ट्रक्चर के डेवलपमेंट पर विशेष जोर दिया। उन्होंने कहा कि भारत में मल्टीमॉडल कनेक्टिविटी को तेजी से बढ़ाने के लिए ‘गतिशक्ति पोर्टल’ की शुरुआत की गई है, जिससे विकास की योजनाओं को लागू करने में मदद मिली है और लॉजिस्टिक्स की लागत में कमी आई है। उन्होंने BRICS देशों के साथ अपने अनुभव साझा करने की इच्छा भी जाहिर की।
भारत के मॉडल को कई देशों ने अपनाया
उन्होंने स्थानीय मुद्रा में व्यापार और सीमा पार भुगतान के संबंध में भारत की सफलताएं भी बताई। यह बताया कि कैसे यह मॉडल कई देशों द्वारा अपनाया जा चुका है और संयुक्त अरब अमीरात जैसे देशों ने इसे लागू किया है।
पुतिन क्या बोलें?
रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने भी शिखर सम्मेलन के दौरान BRICS देशों के बीच बढ़ते वित्तीय सहयोग का जिक्र किया। उन्होंने कहा कि इस मंच पर अंतरराष्ट्रीय मुद्दों और क्षेत्रीय संघर्षों के समाधान के लिए भी चर्चा की जाएगी। इसके साथ ही, उन्होंने BRICS समूह के विस्तार पर भी जोर दिया।
BRICS में कितने देश?
BRICS की शुरुआत में इसके सदस्य देशों में ब्राजील, रूस, भारत, चीन और दक्षिण अफ्रीका शामिल थे, लेकिन अब इस संगठन का दायरा बढ़ाया गया है। ईरान, मिस्र, इथियोपिया, संयुक्त अरब अमीरात और सऊदी अरब जैसे देशों को भी इस समूह में शामिल किया गया है। इसके अलावा, तुर्किये, अजरबैजान और मलेशिया ने औपचारिक रूप से सदस्यता के लिए आवेदन किया है, और कई अन्य देशों ने भी BRICS में शामिल होने में अपना इंटरेस्ट दिखाया है।
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