एक गांव ऐसा...जहां सरकारी स्कीमें गायब...नहीं जाता कोई प्रचार करने...फिर भी इस डर से वोट डालते हैं 250 परिवार

By Surya Prakash Tripathi  |  First Published May 12, 2024, 3:24 PM IST

General Elections 2024: देश में 18वीं लोकसभा चुनाव 2024 के पांचवें चरण का मतदान 20 मई को है। इस दिन देश के अन्य राज्यों की लोकसभा सीटों के साथ महाराष्ट्र के नासिक लोकसभा पर भी वोटिंग होगी। नासिक के त्र्यंबकेश्वर मंदिर से महज 22 किमी दूर स्थित ताकेहर्ष ग्राम पंचायत में आज तक कोई राजनेता चुनाव प्रचार करने नहीं गया।

General Elections 2024: देश में 18वीं लोकसभा चुनाव 2024 के पांचवें चरण का मतदान 20 मई को है। इस दिन देश के अन्य राज्यों की लोकसभा सीटों के साथ महाराष्ट्र के नासिक लोकसभा पर भी वोटिंग होगी। नासिक के त्र्यंबकेश्वर मंदिर में राजनेता और मशहूर हस्तियां अक्सर आते हैं, लेकिन इससे महज 22 किमी दूर स्थित ताकेहर्ष ग्राम पंचायत है, जहां आजादी के बाद से आज तक लोगों ने कभी किसी राजनीतिक दल को चुनाव प्रचार करते नहीं देखा है।

General Elections 2024: 90 परिवारों के पास नहीं है राशन कार्ड
नासिक जिले के ताकेहर्ष ग्राम पंचायत के 250 परिवारों में से 90 के पास राशन कार्ड नहीं हैं और जिन्हें हाल ही में कार्ड मिले भी हैं, उनसे प्रति व्यक्ति 500 रुपए का भुगतान करने के लिए कहा गया था। इसके बावजूद उन्हें अब तक राशन नहीं मिलता। ग्रामीणों का कहना है कि कोविड-19 लॉकडाउन के दौरान उन्हें प्रधान मंत्री की मुफ्त राशन योजना के तहत खाद्यान्न नहीं मिला। वारली, कटकारी और कोकनी जैसी अनुसूचित जनजातियों वाला यह गांव नासिक से महज 46 किमी दूर है, लेकिन यहां बिजली, पानी कनेक्शन और सार्वजनिक परिवहन की कोई सुविधा नहीं है।

 

General Elections 2024: कोई नहीं जाता गांव में चुनाव प्रचार करने
TH की एक रिपोर्ट के मुताबिक यहां के लोगों को लोकसभा 2024 चुनाव के लिए राजनीतिक प्रतिनिधियों के बारे में जानकारी नहीं है, लेकिन फिर भी वे मतदान करने को तैयार हैं, क्योकि उनके अंदर एक डर समाया हुआ है। यहां के रहने वाले तुलसाबाई गंगाराम पिंगले का कहना है  कि कभी कोई हमसे मिलने नहीं आया। हम उनके चेहरों और पार्टी चिन्हों से कैसे परिचित होंगे?  ईवीएम पर जो भी बटन हमारी नजर में सबसे पहले आता है, हम उसे दबा देते हैं बस।

General Elections 2024: वोट न देने पर ग्रामीणों को सताता है किस चीज का डर?
पोलिंग बूथ गांव से 3 किमी दूर सरकारी स्कूल में होता है। दिहाड़ी मजदूर भाऊदु रामू पिंगले को लगता है कि अगर उन्होंने वोट नहीं दिया तो सरकारी दस्तावेजों में उन्हें मृत घोषित कर दिया जाएगा। उनका कहना है कि हमें डर है कि अगर हम वोट नहीं देंगे तो सरकार अपने दस्तावेज़ों से हमारा नाम काट देगी और हमें मृत घोषित कर देगी। यदि ऐसा हुआ तो हमारा अस्तित्व खतरे में पड़ जायेगा। तब हमारे परिवार का क्या होगा?

 

General Elections 2024: राशन कार्ड के लिए CM कार्यालय तक लगा चुकी गुहार, नहीं हुई सुनवाई
यहां की महिला सोनाली विजय निरगुडे ने बताया कि हमें अपने परिवार के लिए राशन कार्ड की कोशिश करते हुए 8 साल हो गए। हमने नासिक के सरकारी कार्यालयों से लेकर मुंबई में मुख्यमंत्री कार्यालय तक को अप्लीकेशन भेजा, लेकिन कुछ नहीं हुआ। लॉकडाउन के दौरान हमने सुना था कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सभी के लिए मुफ्त राशन की घोषणा की थी, लेकिन जब हम कोटेदार के पास गए तो उन्होंने कहा कि हम पात्र नहीं हैं।

General Elections 2024: SDM ने कहा 740 राशन कार्ड बने, 1001 अभी पेंडिंग
 त्र्यंबकेश्वर की तहसीलदार श्वेता संचेती का कहना है कि  2 महीने पहले हमने ग्रामीणों को आधार कार्ड के लिए रजिस्ट्रेशन कराने के लिए शिविर शुरू किए थे। उनमें से अधिकांश के पास डाक्यूमेंट नहीं थे। अब तक 740 राशन कार्डों को मंजूरी दी गई है और 1,001 प्रक्रिया में हैं। आदर्श आचार संहिता के कारण काम रुका हुआ है। चुनाव खत्म होने के बाद इसे पूरा किया जाएगा। 


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