नई दिल्ली। विदेशों में हायर एजूकेशन का सपना बुन रहे भारतीय स्टूडेंटों के लिए राहत भरी खबर है। UK गवर्नमेंट ने ग्रेजुएट रूट स्कीम (GRV) को जारी रखने की घोषणा की है। यूनाइटेड किंगडम (UK) की माइग्रेशन एडवाइजरी कमेटी (MAC) ने ग्रेजुएट रूट वीज़ा (GRV) की अपनी पब्लिस्ड रैपिड रिव्यू की, जिसमें प्रस्ताव दिया गया कि GRV को उसके वर्तमान स्वरूप में जारी रखा जाना चाहिए।
नई दिल्ली। विदेशों में हायर एजूकेशन का सपना बुन रहे भारतीय स्टूडेंटों के लिए राहत भरी खबर है। UK गवर्नमेंट ने ग्रेजुएट रूट स्कीम (GRV) को जारी रखने की घोषणा की है। यूनाइटेड किंगडम (UK) की माइग्रेशन एडवाइजरी कमेटी (MAC) ने ग्रेजुएट रूट वीज़ा (GRV) की अपनी पब्लिस्ड रैपिड रिव्यू की, जिसमें प्रस्ताव दिया गया कि GRV को उसके वर्तमान स्वरूप में जारी रखा जाना चाहिए।
ग्रेजुएट रूट स्कीम (GRV) क्या है?
GRV को UK सरकार द्वारा 2021 में शुरू किया गया था। यह स्कीम छात्रों को स्टूडेंट वीज़ा या टियर 4 (जनरल) स्टूडेंट वीज़ा के साथ मिनिमम ड्यूरेशन के लिए अपनी ग्रेजुएट की डिग्री, पोस्ट ग्रेजुएट डिग्री या अदर इलिजिबल कोर्सेज सक्सेजफुली पूरा करने के बाद कम से कम 2 साल तक UK में रहने की अनुमति देती है। जहां ग्रेजुएट वीज़ा 2 साल का होता है, वहीं Phd या अन्य डॉक्टरेट कैंडिडेटों के पास देश में रहने के लिए 3 साल होते हैं। ग्रेजुएट वीज़ा को बढ़ाया नहीं जा सकता है, लेकिन व्यक्ति स्किल्ड वर्कर वीज़ा पर स्विच कर सकता है।
GRV के तहत छात्रों के लिए क्या हैं कैरियर के अवसर?
स्टडी ग्रुप के इंटरनेशनल एजूकेशन एक्सपर्ट के CEO इयान क्रिचटन के अनुसार UK के प्रधानमंत्री ऋषि सुनक ने पहले ग्रेजुएट रूट वीज़ा में संशोधन करने की इच्छा व्यक्त की थी। वीज़ा में किसी भी तरह का संशोधन या पॉलिसी चेंज देश में भारतीय स्टूडेंटों के प्रवेश को सीमित कर देगा। UK गर्वनमेंट के GRV को बनाए रखने के नए निर्णय से न्यू ग्रेजुएट को लॉग टाइम तक रहने में सक्षम बनाया जाएगा, ताकि वे अपने फ्यूचर के लिए बहुत वैल्यूबल कैरियर के अवसर पा सकें, चाहे इसका मतलब मल्टीनेशनल कंपनियों या नए स्टार्टअप के लिए काम करना हो हर जगह उन्हें कैरियर ग्रोथ का लाभ होगा।
GRV स्कीम से ब्रिटेन को क्या होगा फायदा?
इनफिनिट ग्रुप के CEO और संस्थापक गौरव बत्रा कहते हैं कि ब्रिटेन गर्वनमेंट के स्वागत योग्य निर्णय से बड़ी संख्या में भारतीय छात्रों को आकर्षित करने की संभावना है, जो पॉलिसी चेंज के कारण हुई पिछली गिरावट के बाद से फिर स्पीड पकड़ेगा। यूके माइग्रेशन एडवाइजरी द्वारा GRV पर हाल ही में किए गए निष्कर्ष इंटरनेशनल स्टूडेंटों के लिए एक पॉजिटिव स्टेप हैं। ये छात्र न केवल UK के एजूकेशनल सेनेरियो का अभिन्न अंग हैं, बल्कि सिस्टम में गतिशीलता और विविधता का भी योगदान देते हैं। रिव्यू आटोकम जो इंटरनेशनल छात्रों के पक्ष में था, न केवल विश्वविद्यालयों के भीतर बल्कि इकोनामी ग्रोथ को आगे बढ़ाने में भी उनकी महत्वपूर्ण भूमिका के लिए गर्वनमेंट की मान्यता को अंडरलाइन करता है।
GRV स्कीम को फिर चालू करने की क्या है वजह?
यंगराड्स के CEO अनुज गुप्ता के अनुसार इस वर्ष पहले से लागू किए गए सख्त वीज़ा दिशा-निर्देशों के कारण भारतीय छात्र इस समय UK की यूनिवर्सिटीज में मास्टर डिग्री के लिए अप्लाई करने में हिचकिचा रहे हैं। इससे प्रोग्राम में गिरावट आई है, जो इस तथ्य को देखते हुए काफी बड़ी है कि भारतीय कॉलेज के छात्र, चीन और नाइजीरिया के छात्रों के साथ, UK के अंदर इंटरनेशनल स्टूडेंट निकाय का एक बड़ा हिस्सा हैं। यह गिरावट UK के विश्वविद्यालयों को फाईनेंसियल क्रिटिसाइज करेगी, क्योंकि वे विभिन्न सब्जेक्ट में कोचिंग और रिसर्च के लिए ग्लोबल स्टूडेंट से ट्रेनिंग एक्सपेंस पर बहुत अधिक डिपेंडेंट हैं।
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