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राजस्थान के भीलवाड़ा के रहने वाले अमृत जैन यूपी के अलीगढ़ जिले में ASP यानी असिस्टेंट सुपरिटेंडेंट ऑफ पुलिस के पद पर तैनात हैं। उनकी सक्सेस स्टोरी इंस्पिरेशनल है।
एनआईटी वारंगल से इलेक्ट्रिकल इंजीनियरिंग और Czech टेक्निकल यूनिवर्सिटी से पढ़ाई के बाद हैदराबाद की एक प्राइवेट कंपनी से करियर शुरू किया। तभी यूपीएससी एग्जाम देने का ख्याल आया।
अमृत जैन ने साल 2016 में बिना पढ़ाई किए यूपीएससी एग्जाम दिया। असफल रहें। फिर एक साल पढ़ाई की और 2017 में एग्जाम दिया। जिसमें 0.66 अंकों से असफल रहे।
अमृत जैन ने यूपीएससी एग्जाम की अपनी गलतियों को सुधार कर सही स्ट्रेटजी पर काम शुरू किया। 140 मॉक टेस्ट दिए। सिलेबस पर ध्यान दिया था। ऑप्शनल सब्जेक्ट पॉलिटिकल साइंस था।
अमृत जैन की मेहनत 2018 यूपीएससी एग्जाम में रंग लाई। उन्हें इंडियन डिफेंस अकाउंट सर्विस (IDAS) कैडर मिला। फिर लगातार तीन बार एग्जाम दिया और सफल रहें।
अमृत जैन ने यूपीएससी 2019 में 321वीं रैंक, 2020 में 96 रैंक और 2021 में 179 रैंक हासिल की। IPS कैडर मिला।
एग्जाम में वह हर सवाल को कम से कम तीन बार से ज्यादा पढ़ते थे। उनका मानना है कि यदि एस्पिरेंट्स सिलेबस को ठीक से समझ लें तो एग्जाम उनके लिए आसान हो जाता है।