Reusing Cooking Oil: पूढ़ी बनाने, पकौड़ी तलने या फिर कढ़ाई में गरम तेल को ठंडा कर कई बार इस्तेमाल करने की कहानी ज्यादातर घरों की होती है। ऐसा सिर्फ इसलिए कि बचा हुआ तेल फेकना न पड़े। आपको जानकर हैरानी होगी कि बार-बार गर्म तेल को ठंडा कर इस्तेमाल करने से बना हुआ खाना सुरक्षित नहीं रह जाता है। वर्ल्ड फूड सेफ्टी डे (World food safety day 2024) के खास मौके पर जानिए कि कैसे कई बार इस्तेमाल तेल आपके खाने को जहरीला बना सकता है। 

तेल का रियूज पैदा करता है ट्रांस फैट

घरों में इस्तेमाल किए जाने वाले घी, मक्खन, रिफाइंड या फिर किसी भी अन्य तेल को बार-बार इस्तेमाल किया जाता है। इन सभी में सैचुरेटेड फैटी एसिड होते हैं। दो कार्बन के बीच डबल बॉन्ड से बंधे कार्बन को जब दोबारा, तीसरी बार या फिर चौथी बार गर्म किया जाता है तो टेम्परेचर बढ़ कर 170 डिग्री से ज्यादा हो सकता है। इस कारण से कार्बन के डबल बान्ड ब्रेक हो जाते हैं। इस कारण से ऑयल का पूरा स्ट्रक्चर बिगड़ जाता है। दोबारा या फिर कई बार गर्म किए गए तेल में फैटी एसिड के साथ ही ट्रांस फैट ऑक्साइड बनने लगते हैं। शरीर के लिए ट्रांस फैट (Trans Fat) घातक होते हैं। अगर ऐसे तेल का सेवन रोजाना किया जाए तो ये व्यक्ति के लिए जानलेवा भी हो सकता है। 

ट्रांस फैट से क्या होते हैं नुकसान

अगर व्यक्ति अधिक मात्रा में ट्रांस फैट वाला भोजन करता है तो उसे दिल संबंधी बीमारियों का खतरा बहुत बढ़ जाता है। व्यक्ति को दिल की बीमारी में हार्ट अटैक आना (heart attack), स्ट्रोक या फिर शरीर में लकवा की समस्या (Paralysis in the body) भी हो सकती है। अगर आप रोजाना घर के बाहर खाना खाते हैं तो दूषित तेल वाला खाना ही मिलता है। अब आप समझ सकते हैं कि बाहर का खाना क्यों शरीर के लिए नुकसाना दायक होता है। 

एक व्यक्ति कितना तेल खा सकता है?

तेल की सही मात्रा का इस्तेमाल स्वास्थ्य को नुकसान नहीं पहुंचाता है। अगर कोई व्यक्ति 15 मिलीलीटर यानी 3 स्पून तेल दिनभर में खा रहा है तो इसे सुरक्षित माना जाएगा। तेल का उतना ही इस्तेमाल करना चाहिए जितना एक बार यूज हो जाए। तेल को दोबारा या कई बार इस्तेमाल की आदत पूरी तरह से बंद कर देनी चाहिए। 
 

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