लखनऊ की गुड़िया देवी हाईस्कूल पास हैं लेकिन एक ऐसे यूनिफार्म का नवाचार किया जिसे देख कर डॉक्टर्स भी हैरान हो गए। इस यूनिफार्म को पहन कर सर्जरी के बाद मरीज़ आसानी से बिना कपड़ा उतारे शौच जा सकता है। इस यूनिफार्म को बिना मरीज़ को तकलीफ दिया आसानी से चेंज भी जा सकता है।
लखनऊ। कहते हैं आवश्यकता ही आविष्कार की जननी है। इस कहावत को सार्थक किया लखनऊ की गुड़िया देवी ने। अस्पताल में भर्ती रहने के दौरान गुड़िया देवी को जब शौच जाने में, कपड़ा बदलने में परेशानी हुई तो उन्हें अपनी तरह के बाकी मरीजों का भी दर्द समझ में आया और उन्होंने वह कर डाला जिसकी मांग आज तमाम मरीज कर रहे हैं। माय नेशन हिंदी से बात करते हुए गुड़िया देवी ने अपने नए अविष्कार के बारे में तफ़सील से बताया
कौन है गुड़िया देवी
गुड़िया देवी लखनऊ के डालीगंज की रहने वाली है अपनी एक निजी संस्था चलाती हैं। उनके पति रेलवे में चतुर्थ क्लास के कर्मचारी हैं। दो बच्चे हैं। गुड़िया देवी हाई स्कूल पास है। घर की आर्थिक स्थिति भी बहुत अच्छी नहीं है। लेकिन कुछ करने की ललक थी इसलिए गुड़िया देवी ने एक ऐसा नवाचार किया जो बीमार मरीजों के लिए खासतौर से जिनको ड्रिप चढ़ती है, जिनका ऑपरेशन होता है, जिनको पेशाब की नली लगती है उनके लिए वरदान साबित हुआ।
डिलीवरी के दौरान हुआ दर्द तो किया यूनिफार्म का नवाचार
गुड़िया देवी जब डिलीवरी के दौरान अस्पताल में एडमिट हुई तो उन्हें शौच जाने में, पेशाब करने में, ड्रिप चढ़ाने और कपड़ा बदलने के दौरान काफी परेशानी का सामना करना पड़ा। ऐसे ऐसे में गुड़िया ने सोचा क्यों न किसी ऐसे लिबास को तैयार किया जाए जिससे मरीज को परेशानी ना हो। साल 2009 में गुड़िया ने मरीजों के लिए एक ऐसी ड्रेस का नवाचार किया जिसे आसानी से चेंज किया जा सकता है। अस्पताल में रहने के दौरान मरीज़ इस ड्रेस को पहन कर पेशाब भी कर सकता है।
मेनका गांधी ने दिया सुझाव
गुड़िया साल 2017 में दिल्ली गईं तो उनकी मुलाकात मेनका गांधी से हुई । गुड़िया ने मेनका गांधी से अपनी तैयार की हुई ड्रेस के बारे में बताया तो मेनका गांधी ने उन्हें सुझाव दिया कि वह अपनी ड्रेस को पेटेंट करा ले वरना कोई भी उसकी कॉपी कर लेगा। मेनका गांधी ने गुड़िया ने बौद्धिक विज्ञान एवं संपदा कार्यालय का एड्रेस दिया जहां उन्हें पता चला कि वह उत्तर प्रदेश में भी विज्ञान एवं प्रकृति विभाग में पेटेंट करा सकती हैं। गुड़िया लखनऊ भाई। विज्ञान एवं प्रकृति विभाग गई तो वहां उनकी मुलाकात शशि राणा से हुई जिन्होंने गुड़िया की काफी हेल्प किया उनकी सारी फाइल कम्प्लीट करा कर दिल्ली भेजा।
रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह और स्वास्थ्य मंत्री से भी मुलाकात किया गुड़िया ने
गुड़िया ने अपनी तैयार की हुई ड्रेस को लेकर स्वास्थ्य मंत्री बृजेश पाठक, रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह से भी मुलाकात की। एक महीने से वह मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से भी मिलने का प्रयास कर रही है लेकिन उनकी मुलाकात नहीं हो पा रही है। अपने इस काम को पूरे प्रदेश भर में फैलाना चाहती हैं ताकि प्रदेश के सभी जिलों के अस्पताल में भर्ती मरीजों को गुड़िया की बनाई ड्रेस दिया जा सके। फिलहाल गुड़िया को पूरी उम्मीद है कि जल्द ही उनकी तैयार की हुई ड्रेस प्रदेश देश और विदेश के अस्पतालों के मरीज पहनेगी और उनका नवाचार रंग लाएगा।
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Last Updated Nov 20, 2023, 4:56 PM IST