जयपुर। राजस्थान के झालवाड़ जिले के डग कस्बे के रहने वाले विष्णु भारतेश अनोखा स्वच्छता जागरूकता अभियान चला रहे हैं। तिरंगा लगी बाइक से डस्टबिन लेकर निकलते हैं। सड़क से चिमटे की मदद से खुद कचरा उठाते हैं। लाउडस्पीकर से लोगों को स्वच्छता की अहमियत बताते हैं। माय नेशन हिंदी से बात करते हुए वह कहते हैं कि काम के सिलसिले में डेढ़ साल गल्फ कंट्री में रहा। वहां बहुत साफ-सफाई देखी। सपना था कि अपना देश भी ऐसे ही स्वच्छ हो। घर वापस लौटा तो अपने तरीके से लोगों को स्वच्छता के प्रति जागरूक करता रहा। फिर 5 दिसम्बर 2015 से रेगुलर यह काम शुरु कर दिया। 

लोगों ने कहा-खिसक गया है लड़के का दिमाग

झालवाड़ा में कपड़े की शॉप चलाने वाले विष्णु भारतेश के लिए यह काम करना आसान नहीं था। कला वर्ग से ग्रेजुएट भारतेश सफाई अभियान के लिए रोज घर से कचरे की बाल्टी और चिमटा लेकर निकलते थे तो घर वाले टेंशन में आ गए। कहने लगें कि अच्छा-खासा लड़का ये क्या काम कर रहा है। शुरुआती दिनों में परिवार उनके काम से चिढ़ता था। घर वालों ने कहा कि कि शर्म आती है, लोग क्या कहेंगे। लोगों ने यहां तक कहा कि इस लड़के का दिमाग खिसक गया है। पर​ विष्णु ने देश को स्वच्छ बनाने के लिए लोगों को जागरूक करने की ठानी थी। परिवार को समझाया। हालांकि अब उन्हें लोगों का सपोर्ट मिल रहा है। 

 

दुकान की जिम्मेदारी पत्नी को सौंपकर करते हैं काम

विष्णु भारतेश ने गुजरात, मध्य प्रदेश, राजस्थान, अयोध्या (उत्तर प्रदेश), जम्मू-कश्मीर, दिल्ली तक जाकर लोगों को स्वच्छता को प्रति जागरूक किया। सिर्फ शहरों में ही नहीं गांवों में भी कचरा उठाकर लोगों को सफाई का महत्व बताते हैं। वह दुकान के काम से समय निकालकर यह काम करते हैं। जब बाहर जाते हैं तो शॉप के संचालन का जिम्मा उनकी पत्नी उठाती हैं। विष्णु भारतेश ट्रेन में भी लोगों को स्वच्छता के प्रति जागरूक करते हैं। रेल के डिब्बों, प्लेटाफॉर्म या रेलवे ट्रैक पर पड़े पॉलिथीन और डिस्पोजल टी कप उठाते हैं। पैसेंजर्स को भी स्वच्छता बनाए रखने के लिए उत्साहित करते हैं। 

ऐसे करते हैं स्वच्छता जागरूकता का काम

विष्णु भारतेश यह काम करने के लिए किसी से कोई मदद नहीं लेते, बल्कि खुद के खर्च पर स्वच्छता अभियान चला रहे हैं। आर्मी लुक की तिरंगा लगी बाइक उनकी पहचान बन चुकी है। बाइक के पीछे की तरफ डस्टबिन लगाए चिमटे के साथ शहर या गांव के सार्व​जनिक स्थानों पर पहुंचते हैं और आसपास पड़े कचरे को चिमटे की मदद से डस्टबिन में इकट्ठा करते हैं। लाउडस्पीकर की मदद से लोगों को स्वच्छता के फायदे बताते हैं।

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