नई दिल्ली। भारत ने प्रोजेक्ट आरोग्य मैत्री के हिस्से के रूप में यूक्रेन को चार भीष्म क्यूब्स (Bhishma Cube), जो कि इमरजेंसी मेडिकल केयर के लिए डिजाइन किए गए मोबाइल हॉस्पिटल हैं, गिफ्ट में दिए हैं। इन क्यूब्स में सभी आवश्यक दवाएं और एक्यूपमेंट शामिल हैं, जो डिफरेंट टर्म सेचुएशन को संभालने और बेसिक सर्जरी का समर्थन करने में सक्षम हैं। इन क्यूब्स का वजन 20 किलोग्राम तक होता है, जिससे इन्हें एक व्यक्ति द्वारा भी आसानी से ले जाया जा सकता है।

PM मोदी ने X पर पोस्ट करके दी जानकारी
शुक्रवार को भारत ने सहयोग हित और मैत्री (भीष्म) क्यूब्स यूक्रेन को सौंपे, जिसका मुख्य उद्देश्य वहां इमरजेंसी मेडिकल केयर प्रदान करना है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म 'X' पर एक पोस्ट के माध्यम से इस पहल की सराहना की और इसे एक अनूठा प्रयास बताया, जो इमरजेंसी मेंडिकल फैसलटीज को तेजी से तैनात करने में मदद करेगा।

क्या भीष्म क्यूब?
प्रोजेक्ट आरोग्य मैत्री के तहत शुरू किए गए भीष्म क्यूब्स  (Bhishma Cube) का उद्देश्य विकासशील देशों को मानवीय सहायता के लिए महत्वपूर्ण चिकित्सा आपूर्ति प्रदान करना है। अधिकारियों के अनुसार, यह पहल उपयोग में आसान और तेजी से तैनाती योग्य तरीके से इमरजेंसी मेडिकल केयर प्रदान करने के लिए सभी आवश्यक सुविधाएं और उपकरण प्रदान करती है। 

 

विश्व का पहला मोबाइल हॉस्पिटल है भीष्म क्यूब
भीष्म क्यूब विश्व का पहला ऐसा मोबाइल हाॅस्पिटल है, जिसे एक घंटे के अंदर कहीं भी ले जाकर अस्पताल के रूप में तैयार किया जा सकता है और एक साथ 200 पेशेंट का इलाज शुरू किया जा सकता है। इसमें 5 ट्रेंड व्यक्ति लगते हैं जो मात्र 15 मिनट में इस फोल्डिंग हॉस्पिटल को तैयार करके इलाज शुरू कर देते हैं।   

इस इमरजेंसी हाॅस्पिटल में किस-किस का हो सकता है इलाज
15 इंच के क्यूबिकल बक्सों में व्यवस्थित ये क्यूब्स युद्ध या प्राकृतिक आपदाओं के दौरान मेडिकल केयर और विभिन्न प्रकार की चोटों के लिए उपयुक्त होते हैं। इन्हें मल्टी-मोड ट्रांसपोर्ट के लिए डिज़ाइन किया गया है, जिससे इन्हें हवा, समुद्र, जमीन और ड्रोन द्वारा कहीं भी ले जाया जा सकता है।

इन हाईटेक सुविधाओं से लैश है भीष्म क्यूब
भीष्म क्यूब्स में विभिन्न प्रकार की इमरेजेंसी स्थितियों का मैनेजमेंट करने की क्षमता है, जैसे कि स्ट्रोक, ब्लीडिंग, बर्निंग, फ्रैक्चर और शॉक। इसके अलावा ये क्यूब्स बेसिक सर्जरी के लिए भी सक्षम हैं और सीमित मात्रा में बिजली और ऑक्सीजन उत्पन्न कर सकते हैं।

पीएम मोदी ने यूक्रेन यात्रा से पहले भीष्म क्यूब देने का लिया था निर्णय
इन 4 क्यूब्स को यूक्रेन को देने का निर्णय पीएम नरेंद्र मोदी की यूक्रेन यात्रा से पहले लिया गया था, जहां यूक्रेन वर्तमान में रूस के साथ चल रहे युद्ध में शामिल है। इस मानवीय सहायता का उद्देश्य वहां के नागरिकों को बेहतर चिकित्सा सुविधा प्रदान करना है।

किस लिए डिजाइन किया गया है ये भीष्म क्यूब
BHISHM क्यूब को 200 से अधिक कैजुअल्टी के इलाज के लिए तैयार किया गया है, जिसमें इंस्टेंट रिएक्शन और व्यापक देखभाल पर जोर दिया गया है। सहायता क्यूब कई लेटेस्ट एक्यूपमेंट से सुसज्जित है, जिन्हें इमरजेंसी स्थितियों के दौरान डिजास्टर रिस्पांस और मेडिकल हेल्प बढ़ाने के लिए डिज़ाइन किया गया है। यह क्षेत्र में मेडिकल सर्विस के प्रभावी समन्वय, वास्तविक समय की निगरानी और कुशल मैनेजमेंट की सुविधा के लिए आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI) और डेटा एनालिटिक्स को एकीकृत करता है। BHISHM क्यूब की सफलता इमरजेंसी के दौरान तत्काल और प्रभावी चिकित्सा सहायता प्रदान करने में मोबाइल अस्पताल इकाइयों के महत्व को रेखांकित करती है।

 


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