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जानिए ठंडा पानी पीने के फायदे और नुकसान। ठंडा पानी आपके शरीर के हाइड्रेशन, एनर्जी लेवल और डायजेसन सिस्टम को कैसे प्रभावित करता है और यह किस प्रकार मेटाबॉलिज्म को बढ़ावा देता है।
ठंडे पानी से नर्वस सिस्टम में एक्सटेंशन आता है और एड्रेनालाईन का प्रोडक्शन बढ़ता है, जिससे एलर्टनेस इनक्रीज होती है। यह अधिक एनर्जेटिक महसूस कराता है, खासकर एक्सरसाइज के बाद।
व्यायाम के दौरान ठंडा पानी अधिक ताज़गी देता है, जिससे ज्यादा पानी पीने की इच्छा होती है। यह शरीर को जल्दी ठंडा करने में मदद करता है, जिससे ज्यादा गर्मी में रिस्क कम होता है।
ठंडा पानी पेट की ब्लड वेसल को सिकोड़ता है, जिससे डायजेस्टिव प्रॉसेस धीमा होता है। ये डायजेस्ट की बजाय टेंप्रेचर कंट्रोल करता है, जिससे लोगों को स्वैलिंग या अन्य दिक्कत हो सकती है।
खाने के साथ कोल्ड वाटर पीने से फैट अस्थायी रूप से ठोस बनता है, जिससे शरीर के लिए उसे तोड़ना मुश्किल होता है। यह डाईजेस्टिव प्रॉसेस को धीमा करता है व न्यूट्रिशन को प्रभावित करता है।
ठंडा पानी गले में जलन पैदा कर सकता है, खासकर उन लोगों में जिन्हें पहले से खराश या सांस रिलेटेड समस्याएं हैं। ठंडे पानी से बलगम गाढ़ा हो सकता है, जिससे गले में असुविधा बढ़ सकती है।
ठंडे पानी पीने से शरीर को एनर्जी लेवल मेंटेन करना पड़ता है, जिससे मेटाबॉलिज्म थोड़ा बढ़ता है। हालांकि ये प्रभाव मामूली होता है लेकिन यह वेट मैनेजमेंट के लिए थोड़ा सहायक हो सकता है।
बहुत ठंडा पानी जल्दी पीने से सिरदर्द या ब्रेन फ्रीज हो सकता है, क्योंकि ठंडा तापमान मस्तिष्क को दर्द के संकेत भेजता है। यह असुविधाजनक हो सकता है लेकिन कुछ समय में ठीक हो जाता है।
हीट स्ट्रोक के दौरान ठंडा पानी पीने से शरीर के टेंप्रेचर को तुरंत कम किया जा सकता है, जिससे राहत मिलती है और गर्मी से संबंधित बीमारियों से बचा जा सकता है।