Lifestyle
29 सितंबर से पितृपक्ष की शुरुआत हो गई है। ये 16 दिनों तक चलेगा। इन सोलह दिनों में पूर्वजों का श्राद्ध किया जाता है लेकिन इस दौरान कई कार्यों को करने की मनाही भी होती है।
पितृपक्ष में प्याज, लहसुन और शराब और मांस का सेवन करने से बचना चाहिए। अगर आप इसका सेवन करते हैं तो पितर नाराज हो सकते हैं।
पितृपक्ष में विवाह, गृह प्रवेश, दुकान का शुभारंभ जैसे मांगलिक कार्य भी नहीं करने चाहिए।
पितृपक्ष में जानवरों के अपमान से पितर नाराज हो सकते हैं। इसलिए दरवाजे पर आए जानवर को कुछ खाने को दें इससे पूर्वज खुश होते हैं।
पितृपक्ष में लोहे-स्टील के बर्तन की जगह पीतल के बर्तन में भोजन पकाएं।
पितृपक्ष में नाखून और दाढ़ी काटना अशुभ माना गया है।
पितृ पक्ष में भूलकर भी लाल या सफेद तिल का प्रयोग न करें। ये आपके लिए परेशानी का सबब बन सकता है। इसलिए काले तिल का प्रयोग करें।