जगद्गुरु परमहंस आचार्य के निर्देशन में बनाया गया दुनिया का सबसे बड़ा दीया। अयोध्या राम मंदिर परिसर में प्रज्जवलित हुआ
इस अद्भुत विशालकाय दीपक को यदि लगातार दिन-रात 24 घंटे तक जलाना हो तो 21 हजार लीटर तेल और 1.25 कुंतल कपास की आवश्यकता पड़ेगी।
जगद्गुरु परमहंस आचार्य ने बताया कि राम मंदिर में जलाए गए इस दीये को बनाने में कुल 1008 टन मिट्टी का प्रयोग किया गया है।
जगद्गुरु परमहंस आचार्य ने बताया कि राम मंदिर में जलने वाला इस विशालकाय दीये को जलाने के लिए विशेष रूप से सीता माता की पैतृक भूमि यानी मिथिला से तेल लाया गया है।
अयोध्या में राम मंदिर की प्राण प्रतिष्ठा 22 जनवरी को होनी है। पीएम मोदी रामलला की प्राण प्रतिष्ठा करेंगे। राम मंदिर उद्घाटन के दौरान कई बड़ी हस्तियां और श्रद्दालु उपस्थित रहेंगे।