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BJP के वरिष्ठ नेता और बिहार के पूर्व उपमुख्यमंत्री सुशील मोदी की 13/14 मई की रात में दिल्ली के एम्स में मौत हो गई। वह पिछले 7 माह से गले के कैंसर जैसी भयावह बीमारी से जूझ रहे थे।
भारत में हर साल कैंसर से 14 लाख लोगों को प्रभावित होते हैं। देश के दिग्गज नेता भी इससे अछूते नहीं है। आइए जानते हैं ऐसे 7 नेताओं के बारे में जो कैंसर की जंग में जिंदगी हार गए।
मोदी सरकार के पहले कार्यकाल में वित्त एवं रक्षा मंत्री रहे अरुण जेटली को दुर्लभ कैंसर था, जिसे सॉफ़्ट टिशू सर्कोमा कहते हैं। 66 वर्ष की आयु में 24 अगस्त 2019 को उनका निधन हो गया।
मोदी सरकार के पहली कैबिनेट में शामिल अनंत कुमार का 59 साल की उम्र में 12 नवंबर 2028 को निधन हो गया। वो फेफड़े के कैंसर से पीड़ित थे। न्यूयार्क तक इलाज कराया, फिर भी नहीं बचे।
गोवा के EX CM व पूर्व रक्षा मंत्री मनोहर पर्रिकर को अग्नाशय कैंसर था। वो इलाज के लिए अमेरिका तक गए, लेकिन बच नहीं पाए । 63 साल की उम्र में 17 मार्च 2019 को उनकी मौत हो गई।
प्रयागराज के रहने वाले पूर्व प्रधानमंत्री वीपी सिंह को ब्लड कैंसर और किडनी की समस्या थी। वर्षों संघर्ष के बाद वर्ष 2008 में 77 साल की उम्र में उनका निधन हो गया।
पूर्व प्रधानमंत्री चंद्रशेखर को 2007 में बोन कैंसर का पता चला था। काफी इलाज के बाद भी वह कंट्रोल नहीं हुआ और 80 साल की उम्र में उनका निधन हो गया।
बीजेपी के वरिष्ठ नेता, राजस्थान के 3 बार मुख्यमंत्री और देश के पूर्व उपराष्ट्रपति भैरों सिंह शेखावत का 2010 में गले के कैंसर से निधन हो गया।