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चीन के खौफनाक इरादों को लेकर अमेरिका, यूरोप समेत पूरी दुनिया अलर्ट रहती है। लेकिन अब, चीन ने एक कदम ऐसा उठाया है, जिसने पूरी दुनिया को हैरान कर दिया है।
अब तक आपने सुना होगा कि चीन जैविक हथियार और सुपरसोनिक मिसाइलें बना रहा है। लेकिन चीन का हालिया कदम और भी खतरनाक है।
दुनिया भर के 100 से अधिक देशों ने तय किया है कि परमाणु बमों को आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI) के कंट्रोल में नहीं रखा जाएगा, क्योंकि इससे कभी भी महाविनाश हो सकता है।
लेकिन चीन ने इस अंतरराष्ट्रीय पैक्ट पर साइन करने से इनकार कर दिया है। इसका मतलब है कि चीन अपने परमाणु जखीरे का कंट्रोल AI को सौंप सकता है।
यह बैठक दक्षिण कोरिया की राजधानी सियोल में हाल ही में हुई, जिसमें 100 से अधिक देशों ने चर्चा की कि AI का उपयोग आर्मी और युद्ध में कैसे किया जाए।
बैठक में जब परमाणु बमों को AI के कंट्रोल में देने की बात आई, तो चीन ने अपने कदम पीछे खींच लिए और पैक्ट पर सिग्नेचर करने से साफ मना कर दिया।
यदि परमाणु बम का बटन AI के हाथ में चला गया, तो इसका अर्थ हो सकता है कि तकनीकी गलती की वजह से कभी भी महाविनाश हो सकता है।
अंतरराष्ट्रीय कानून के तहत, अगर कोई देश परमाणु बम का कंट्रोल AI को सौंपता है, तो उस पर कड़े प्रतिबंध लगाए जाएंगे और भारी जुर्माना भी हो सकता है।
रूस को इस सम्मेलन में बुलाया ही नहीं गया, और चीन के दूतावास ने इस मुद्दे पर टिप्पणी करने से इनकार कर दिया। देशों को डर है कि चीन का यह रवैया परमाणु युद्ध का खतरा बढ़ा सकता है।