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गौ सेवा और रक्षा को लेकर प्रेमानंद महाराज ने अपनी अद्भुत सोच शेयर की है। उनका मानना है कि गौ सेवा से शांति प्राप्त होती है। आइए जानते हैं उनकी प्रेरणादायक बातें।
प्रेमानंद महाराज गौ सेवा को सनातन धर्म का मूल मानते हैं। वह कहते हैं कि गौ माता कामधेनु हैं। वह सभी इच्छाओं को पूर्ण करती है। धर्म का पालन करने पर सर्वत्र विजय मिलती है।
गुरु प्रेमानंद महाराज के अनुसार, गौ हत्या वाले स्थानों पर पूर्ण निषेध होना चाहिए। हर व्यक्ति और किसान गौ सेवा के लिए योगदान दें। बड़ी गौशालाओं की स्थापना हो।
प्रेमानंद महाराज का कहना है कि गौ सेवा और भगवान का नाम जपने से परम आनंद की प्राप्ति होती है। भगवान श्रीकृष्ण का उदाहरण देते हुए उन्होंने कहा कि गौ सेवा स्वयं भगवान का कार्य है।
गौ सेवा से आत्मिक शांति मिलती है। गौ सेवा से जीवन में विजय प्राप्त होती है। गौ सेवा के साथ भगवान का स्मरण करने से उत्तम फल मिलता है।
प्रेमानंद महाराज ने सभी भक्तों से आग्रह किया कि वे गौ माता की रक्षा और सेवा के लिए जागरूक हों। उनका संदेश स्पष्ट है—गौ माता का सम्मान और सेवा ही सनातन धर्म का सही मार्ग है।