Utility News
भारत में डिजिटल पेमेंट तेजी से बढ़ रहा है, और लोग छोटी-बड़ी खरीदारी के लिए UPI का उपयोग कर रहे हैं। हालांकि, अत्यधिक डिजिटल पेमेंट कई बार वित्तीय असंतुलन का कारण बन सकता है।
इसी को ध्यान में रखते हुए SBI ने UPI ट्रांजेक्शन की एक निश्चित सीमा तय कर दी है। अगर आप अपनी जरूरत के हिसाब से इसे बदलना चाहते हैं, तो कुछ आसान स्टेप्स के जरिए मैनेज कर सकते हैं।
SBI ने अपने ग्राहकों के लिए UPI ट्रांजेक्शन पर कुछ प्रतिबंध लगाए हैं, ताकि अनावश्यक खर्चों को रोका जा सके।
प्रति ट्रांजेक्शन अधिकतम राशि: ₹1,00,000 कर सकते हैं। परडे अधिकतम ट्रांजेक्शन: 10 बार यानी ग्राहक एक बार में अधिकतम ₹1,00,000 तक का ट्रांजेक्शन कर सकते हैं।
अगर आप SBI UPI लिमिट को घटाना या बदलना चाहते हैं, तो इसके लिए आप SBI YONO ऐप या नेट बैंकिंग का उपयोग कर सकते हैं।
SBI YONO ऐप या नेट बैंकिंग लॉगिन करें। UPI ट्रांसफर पर क्लिक करके सेट UPI ट्रांजेक्शन लिमिट विकल्प चुनें। पासवर्ड डालकर वेरीफाई करें। लिमिट चेक करके नई लिमिट फिल कर दें।
अगर वर्तमान लिमिट ₹1,00,000 है, तो उसे घटा सकते हैं, लेकिन बढ़ा नहीं सकते। नई लिमिट सेट करने के बाद ‘Submit’ पर क्लिक करें। OTP वेरीफिकेशन करें। नई UPI लिमिट लागू हो जाएगी।
अधिकतम लिमिट फिक्स होने से फ्रॉड को रोका जा सकता है। डिजिटल पेमेंट की लत से बचने के लिए लिमिट मैनेज करना जरूरी है। ट्रांजेक्शन सुरक्षित रहते हैं
अगर कोई ग्राहक अपनी UPI लिमिट को कस्टमाइज़ करना चाहता है, तो वह SBI YONO ऐप या नेट बैंकिंग के माध्यम से इसे आसानी से मैनेज कर सकता है।