नई दिल्ली: राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजीत डोभाल जम्मू कश्मीर से लौट आए हैं। उन्होंने लौटते ही गृह मंत्री अमित शाह से मुलाकात की।  उनके साथ बैठक में गृह सचिव राजीव गौबा और खुफिया विभाग के कई वरिष्ठ अधिकारी मौजूद थे। 

 जम्मू कश्मीर में धारा 370 हटाए जाने और भारतीय संसद द्वारा उसे दो केन्द्रशासित प्रदेशों में बांटने के बाद से अजीत डोभाल लगातार कश्मीर में ही डेरा जमाए हुए बैठे थे।  उनके ऊपर कश्मीर में शांति और व्यवस्था बरकरार रखने का की बहुत बड़ी जिम्मेदारी थी, जिसे उन्होंने बखूबी निभाया। 

 अब कश्मीर में स्कूल खुल गए हैं, हिंसा की कोई बड़ी घटना नहीं हुई है, सारे अलगाववादी समर्थक अपने बिलों में छुपे बैठे हुए हैं और बड़े अलगाववादी नेताओं को सुरक्षा एजेंसियों ने जेल में ठूंस दिया है।  यह सब अजीत डोभाल की रणनीति का ही नतीजा था।  जो केंद्र सरकार के जम्मू कश्मीर पर फैसला आने से बहुत पहले से ही इसकी तैयारी में जुटे हुए थे। 

 आज अजीत डोभाल ने जब गृह मंत्री अमित शाह से मुलाकात की तो उन्होंने जम्मू कश्मीर के हालात के बारे में उन्हें बहुत विस्तार से जानकारी दी।  क्योंकि वह लगातार जम्मू कश्मीर में जमीनी स्तर पर बने हुए थे और लगातार लोगों से मिलजुल भी रहे थे। 

अजित डोभाल का कश्मीरी लोगों के साथ बिरयानी खाने का वीडियो वायरल हुआ था। 

"

 अब उन्होंने गृह मंत्री अमित शाह को जम्मू कश्मीर के हालातों की जानकारी दे दी है।  जिससे कि आगे की रणनीति तैयार करने में भारत सरकार को मदद मिले। आपको बता दें कि अजीत डोभाल कश्मीर घाटी में पिछले 11 दिनों से थे। 

 उधर जम्मू कश्मीर में 190 प्राथमिक स्कूलों को खोल दिया गया है और अब सरकारी कार्यालयों को भी खोलने की योजना बनाई जा रही है