नरेंद्र मोदी विकास का नारे के साथ 2014 में केंद्र की सत्ता में आए थे। कार्यकाल के अंतिम दौर केंद्र की नरेंद्र मोदी सरकार द्वारा किए गए कार्यों का नतीजा लगातार सामने आ रहा है। इसका ताजा उदाहरण हैं वाराणसी का मडुआडीह रेलवे स्टेशन। अब इस स्टेशन का कायाकल्प हो चुका है। यह देखने में किसी विश्वस्तरीय एयरपोर्ट जैसा लगता है। मडुआडीह स्टेशन के कायाकल्प की तस्वीरें सोशल मीडिया पर वायरल हो रही हैं।

कुछ दिन पहले रेल मंत्री पीयूष गोयल ने भी अपने ट्विटर एकाउंट पर एक वीडियो शेयर किया। यह वीडियो वाराणसी के मंडुआडीह रेलवे स्टेशन का है। 

रेल मंत्री ने वीडियो ट्वीट करते हुए लिखा, वाराणसी का यह स्टेशन विश्वस्तरीय सुविधाओं के साथ अपनी स्वच्छता और सौंदर्यीकरण से यात्रियों को एक नया अनुभव प्रदान कर रहा है। काशी के प्राचीन वैभव को पुनः जीवित करता यह स्टेशन देश के सबसे सुंदर स्टेशनों में से एक बनने जा रहा है। इसके साथ ही उन्होंने लिखा कि यह रेलवे स्टेशन है। प्रधानमंत्री मोदी ने वाराणसी के साथ मंडुआडीह रेलवे स्टेशन का विकास किया है।

उत्तर प्रदेश में जब से योगी आदित्यनाथ की सरकार बनी है तब से लगातार शहरों और रेलवे स्टेशनों के नाम बदले की प्रकिया जारी हैं। ऐसी खबरें हैं कि मंडुआडीह रेलवे स्टेशन का नाम बदलकर बनारस किया जा सकता है। राज्य  सरकार को इस संबंध में प्रस्ताव दिया गया है। रेल राज्य मंत्री मनोज सिन्हा ने प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से स्टेशन का नाम बदलने का अनुरोध किया था। 

वाराणसी नाम से दो स्टेशन पहले ही हैं जिन्हें वाराणसी सिटी व वाराणसी कैंट नाम से जाना जाता है। बनारस नाम देश ही नहीं विदेश के लोग भी जानते है। मंडुवाडीह स्टेशन का जिस तरह बेहतरीन कायाकल्प हुआ है, माना जा रहा है कि रेलवे स्टेशन का नाम बदल कर बनारस करने की संभावना ज्यादा है। 

उत्तर प्रदेश में भाजपा सरकार बनने के बाद से मुगलसराय जंक्शन का नाम बदलकर पंडित दीनदयाल उपाध्याय जंक्शन जबकि इलाहाबाद शहर का नाम बदलकर प्रयागराज और फैजाबाद जिले का नाम अयोध्या किया जा चुका है।