कौन थे SPG चीफ अरुण कुमार सिन्हा? कंधे पर थी PM मोदी की सुरक्षा की जिम्मेदारी

By Anita TanviFirst Published Sep 6, 2023, 11:32 AM IST
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SPG Director Arun Kumar Sinha Profile: एसपीजी अरुण कुमार सिन्हा ने अपनी शिक्षा झारखंड में पूरी की और केरल के तिरुवनंतपुरम में डीसीपी कमिश्नर, इंटेलिजेंस में रेंज आईजी और प्रशासन आईजी जैसे महत्वपूर्ण पदों पर कार्य किया है। अरुण कुमार सिन्हा 1997 बैच के केरल कैडर के आईपीएस अधिकारी थे। 61 वर्ष की आयु में 6 सितंबर 2023 को इनकी मृत्यु जॉन्डिस और लीवर प्रॉब्लम के कारण हो गई। जानें इनके बारे में पूरी डिटेल।

SPG Director Arun Kumar Sinha Profile: अरुण कुमार सिन्हा 1997 बैच के केरल कैडर के आईपीएस अधिकारी थे और प्रधान मंत्री की सुरक्षा विंग के प्रभारी थे। 1987 बैच के प्रतिष्ठित आईपीएस अधिकारी अरुण कुमार सिन्हा वर्तमान में स्पेशल प्रोटेक्शन ग्रुप (एसपीजी) के निदेशक के प्रतिष्ठित पद पर थे। उनकी सर्वोपरि जिम्मेदारी पूर्व प्रधानमंत्रियों के साथ-साथ भारत के सम्मानित प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की सुरक्षा की निगरानी करना था। घटनाओं के एक उल्लेखनीय मोड़ में, केंद्र सरकार ने उनकी सेवानिवृत्ति के ठीक बाद 31 मई से शुरू होने वाली एक वर्ष की अवधि के लिए एसपीजी के निदेशक के रूप में उनकी पुनर्नियुक्ति की आधिकारिक तौर पर पुष्टि कर दी थी। स्पेशल प्रोटेक्शन ग्रुप (एसपीजी) के प्रमुख अरुण कुमार सिन्हा का 6 सितंबर 2023, बुधवार को जॉन्डिस और लीवर प्रॉब्लम से गुरुग्राम के मेदांता अस्पताल में निधन हो गया। वह 61 वर्ष के थे। 2016 से एसपीजी निदेशक के रूप में कार्यरत थे। जानें एसपीजी डायरेक्टर अरुण कुमार सिन्हा के बारे में पूरी डिटेल।

कैसे हुआ SPG डायरेक्टर अरुण कुमार सिन्हा का निधन
एपीजी डायरेक्टर अरुण कुमार सिन्हा का निधन जॉन्डिस लेवल बढ़ने से हुआ। गुरुग्राम के मेदांता अस्पताल में इनका इलाज चल रहा था। 5 सितंबर 2023 को इन्हें वेटिलेटर पर रखा गया था और 6 सितंबर 2023 को सुबह 6 बजे के करीब इनका निधन हो गया। 

 

SPG डायरेक्टर अरुण कुमार सिंन्हा ने झारखंड के हजारीबाग से की थी पढ़ाई
अरुण कुमार सिन्हा झारखंड के हजारीबाग जिले के रहने वाले थे। उनके पिता स्वर्गीय महेंद्र प्रसाद भारतीय सेना में थे। अरुण कुमार ने हजारीबाग के हिंदू स्कूल से अपनी स्कली शिक्षा पूरी की थी। संत कोलंबस कॉलेज हजारीबाग से जूलॉजी सब्जेक्ट से बीएससी की डिग्री हासिल की थी। 1987 में भारतीय पुलिस सेवा में चयनित हुए। इन्हें केरल कैडर आवंडित हुआ। केरल के तिरुवनंतपुरम में डीसीपी कमिश्नर, इंटेलिजेंस में रेंज आईजी और प्रशासन आईजी जैसे महत्वपूर्ण पदों पर कार्य किया है। उनके कार्यकाल के दौरान, उन्हें कानून और व्यवस्था का प्रभार दिया गया और उन्होंने मालदीव के राष्ट्रपति अब्दुल गयूम की राज्य की राजधानी में हत्या करने की कोशिश करने वाले मास्टरमाइंड को पकड़ लिया था।

SPG डायरेक्टर अरुण सिन्हा को दिया गया था सेवा विस्तार
अरुण कुमार सिन्हा को अनुबंध के आधार पर हाल ही में सेवा विस्तार दिया गया था। निर्णय को कैबिनेट की आदरणीय नियुक्ति समिति द्वारा सावधानीपूर्वक तैयार और अनुमोदित किया गया था, कार्मिक और प्रशिक्षण विभाग (डीओपीटी) ने बाद में उनकी पुनर्नियुक्ति को मंजूरी देने और प्रमाणित करने का आदेश जारी किया था।

SPG डायरेक्टर अरुण कुमार सिन्हा की प्रोफेशनल जर्नी, सम्मान
पुलिस बल के भीतर अरुण कुमार सिन्हा की प्रोफेशनल जर्नी बहेद उल्लेखनीय और प्रभावशाली रही। उनके पिछले प्रयासों में केरल में अतिरिक्त पुलिस महानिदेशक (विशेष सेवाएं और यातायात) के रूप में उनका अटूट समर्पण देखा गया। इसके अलावा, महिला सुरक्षा और एनआरआई मामलों में उनके योगदान के साथ-साथ सीमा सुरक्षा बल (बीएसएफ) के भीतर उनकी अदम्य भावना ने इस क्षेत्र में एक अनुकरणीय व्यक्ति के रूप में उनके कद को और मजबूत कर दिया है। सुरक्षा प्रोटोकॉल और कानून प्रवर्तन की पेचीदगियों की व्यापक समझ रखते हुए, अरुण सिन्हा देश भर में फैले विभिन्न पुलिस बलों से चुने गए लगभग 3,000 अत्यधिक कुशल कमांडो की एक दुर्जेय टीम का कुशलतापूर्वक नेतृत्व कर रहे थे। सिन्हा ईमेल से मौत, प्रधानमंत्री और राष्ट्रपति के खिलाफ धमकी और लेटर बम मामले जैसे जटिल मामलों को सुलझाने में शामिल थे। शहर के पुलिस आयुक्त के रूप में सिन्हा के कार्यकाल के दौरान, क्राइम स्टॉपर सिस्टम भी पेश किया गया था। उनकी सराहनीय सेवा के लिए उन्हें राष्ट्रपति पदक से भी सम्मानित किया गया था।

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