विश्व कप क्रिकेट के फाइनल मुकाबले में इंग्लैण्ड को न्यूजीलैण्ड के उपर विजेता घोषित कर दिया गया है। हालांकि जीत की घोषणा करना बेहद मुश्किल था। क्योंकि दोनो ही टीमों ने हर बार बराबरी का प्रदर्शन किया था। लेकिन बाद में चौकों छक्कों के आधार पर इंग्लैण्ड को विजेता घोषित किया गया।
नई दिल्ली: विश्व कप क्रिकेट के इतिहास में पहली बार इंग्लैण्ड विजेता बना है। उसने न्यूजीलैण्ड को हराकर यह मुकाबला अपने नाम किया। लेकिन दोनों टीमों के बीच मुकाबला बेहद रोमांचक रहा।
दोनों ही टीमों के बीच आखिरी गेंद और फिर सुपर ओवर तक बराबरी की टक्कर चली। लेकिन इंग्लैंड को ज्यादा बाउंड्री लगाने के आधार पर इस मुकाबले का विजेता घोषित कर दिया गया।
इस मैच में न्यूजीलैंड ने पहले बल्लेबाजी करते हुए इंग्लैण्ड को 241 रन का लक्ष्य दिया। इसके जवाब में इंग्लैंड की टीम भी 241 रन ही बना पाई। जिसके बाद मैच का फैसला सुपर ओवर पर छोड़ दिया गया। लेकिन वहां पर भी दोनों टीमों ने 15-15 रन बनाए। यह पहली बार है जब वर्ल्ड कप का फाइनल टाई होकर सुपर ओवर तक पहुंचा।
बाद में इंग्लैंड को ज्यादा बाउंड्रीज मारने के कारण विजेता घोषित किया गया।
इंग्लैंड की तरफ से इस मैच में सबसे ज्यादा रन बेन स्टोक्स ने बनाए। उन्होंने 98 गेंदों पर पांच चौके और दो छक्कों की मदद से नाबाद 84 रन बनाए। जोस बटलर ने 59 रन बनाए।
टॉस जीतकर पहले बल्लेबाजी का फैसला करने वाली न्यूजीलैण्ड टीम के लिए हेनरी निकोलस ने अर्धशतक जमाया जिसकी बदौलत कीवी टीम 50 ओवरों में आठ विकेट खोकर 241 रन बना सकी। निकोलस ने 77 गेंदों का सामना कर चार चौकों की मदद से 55 रनों की पारी खेली। टॉम लाथम ने 47 और कप्तान केन विलियम्सन ने 30 रन जोड़े। इंग्लैंड के लिए क्रिस वोक्स और लियाम प्लेंकेट ने तीन-तीन विकेट झटके।
इस प्रकार रहा पूरा मैच
मैच से पहले न्यूजीलैंड के कप्तान केन विलियमसन ने टॉस जीता और पहले बल्लेबाजी चुनी। क्रिस वोक्स ने मार्टिन गप्टिल की 19 रनों की पारी का अंत कर न्यूजीलैंड को 29 के कुल स्कोर पर पहला झटका दिया। गप्टिल के जाने के बाद आए कप्तान केन विलियम्सन ने विकेट पर पैर जमाने की कोशिश की.। हैनरी निकोल्स के साथ वह टीम को सही रास्ते पर ले जा रहे थे। इंग्लैंड के बल्लेबाजों ने इन दोनों को हाथ खोलने के मौके तो नहीं दिए फिर भी यह दोनों 74 रन जोड़ने में सफल रहे।
बाद में लियाम प्लेंकेट ने इस साझेदारी को तोड़ा। उन्होंने विलियम्सन को 30 के निजी स्कोर पर आउट किया। प्लेंकेट की ही एक गेंद निकोल्स के बल्ले का अंदरूनी किनारा ले स्टम्प में जा लगी और यह बल्लेबाज 77 गेंदों पर चार चौकों की मदद से 55 रन बनाकर पवेलियन लौट लिया। रॉस टेलर 15 और जिम्मी नीशम 19 रन बनाकर आउट हो गए।
अंत में टॉम लाथम ने 56 गेंदों पर दो चौके और एक छक्के की मदद से 47 रन बनाए। वह हालांकि 49वें ओवर की तीसरी गेंद पर आउट हो गए। कोलिन डी ग्रांडहोम ने 16, मैट हेनरी ने चार रन बनाए।
मैच में रोमांच की शुरुआत तब हुई जब इंग्लैंड ने लक्ष्य का पीछा करते हुए अपने चार विकेट महज 86 रनों पर ही खो दिए थे। जिसके बाद ऐसा लगने लगा कि कीवी टीम बस जीतने ही वाली है। लेकिन इंग्लैंड के इस मैच के असल हीरो मैन ऑफ द मैच स्टोक्स (नाबाद 84) और जोस बटलर (59) ने पांचवें विकेट के लिए 110 रनों की साझेदारी कर इंग्लैंड को मुकाबले में लाकर खड़ा कर दिया। न्यूजीलैंड के लिए इस मैच में तीन विकेट लेने वाले लॉकी फर्ग्यूसन ने बटलर को आउट कर इंग्लैंड को फिर परेशानी में डाल दिया। स्टोक्स हालांकि दूसरे छोर पर इंग्लैण्ड के लिए उम्मीदें जगाए खड़े थे। लेकिन आखिरी ओवर में इंग्लैंड को 15 रन चाहिए थे। पर दो गेंदें खाली गईं और फिर स्टोक्स के बल्ले से छक्का निकला। अगली गेंद पर स्टोक्स ने दो रन लिए और दूसरा रन लेते हुए मार्टिन गुप्टिल की थ्रो स्टोक्स से टकरा पर चौके को चली गई और इंग्लैंड को छह रन मिले।
आखिरी गेंद पर इंग्लैंड को जीतने के लिए दो रनों की जरूरत थी। ट्रेंट बोल्ट की गेंद को स्टोक्स ने लोंग ऑन पर खेल दो रन लेना चाहे लेकिन दूसरा रन लेते हुए मार्क वुड रन आउट हो गए और मैच सुपर ओवर में चला गया।
खास बात रही कि वहां भी दोनों टीमों का स्कोर टाई रहा लेकिन ज्यादा बाउंड्रीज ने इंग्लैंड को अपना पहला खिताब दिला दिया। इंग्लैंड के लिए जेसन रॉय ने 17, जॉनी बेयरस्टो ने 36, जोए रूट ने 7, कप्तान इयानन मोर्गन ने 9 रन बनाए।