बॉलीवुड की सबसे महंगी फिल्म 2.0 का सभी को बेसब्री से इंतजार है। लेकिन फिल्म रिलीज होने से पहले ही विवादों में फंस्ती नजर आ रही है। सेलुलर ऑपरेटर्स एसोसिएशन ऑफ इंडिया (COAI) ने फिल्म मेकर्स के खिलाफ केस दर्ज करवा दिया है।
बॉलीवुड की सबसे महंगी फिल्म 2.0 का सभी को बेसब्री से इंतजार है। लेकिन फिल्म रिलीज होने से पहले ही विवादों में फंस्ती नजर आ रही है। सेलुलर ऑपरेटर्स एसोसिएशन ऑफ इंडिया (COAI) ने फिल्म मेकर्स के खिलाफ केस दर्ज करवा दिया है।
केस दर्ज करवाने का सीओएआई ने कारण बताया कि फिल्म में मोबाइल फोन, टावरों और मोबाइल सर्विस के बारे में बिना किसी साइंटिफिक रीजन के भ्रम फैलाया जा रहा है।
शिकायत के मुताबिक फिल्म में मोबाइल टावर और मोबाइल फोन को गलत तरीके से दिखाया गया है, जो कि गलत है। ट्रेलर और टीजर में बिना किसी सबूत के मोबाइल फोन और टावर को नुकसानदेह बताया है। इसमें यह भी बताया गया है कि सबसे ज्यादा प्रदूषण मोबाइल फोन ही फैला रहे हैं। इस फिल्म के जरिए लोगों में डर फैल जाएगा।
फिल्म में अक्षय कुमार एक विलेन का रोल निभा रहे हैं जो कि ट्रेलर में क्रो-मैन के किरदार में दिखाई दे रहे हैं। ट्रेलर में दिखाया था कि अक्षय बोलते है कि, सेलफोन रखने वाला हर व्यक्ति हत्यारा है, उसे देखते ही लोग डर के मारे भागना शुरू कर देंगे। मोबाइल फोन की वजह से आज का वातावरण पक्षियों और इंसानों के रहने लायक नहीं बचा है।
सीओएआई (COAI) ने अपनी शिकायत में यह मांग की है कि वह फिल्म रिलीज से पहले देखना चाहते हैं। COAI के डायरेक्टर जनरल राजन मैथ्यु ने बताया कि सेंट्रल बोर्ड ऑफ फिल्म सर्टिफिकेशन और सूचना एवं प्रसारण मंत्रालय को की गई शिकायत में भी कहा गया है कि यह फिल्म लोगों को मोबाइल फोन और उसके टावरों से पैदा होने वाले रेडिएशन के प्रति भ्रम फैलाने का काम करेगी। उन्होंने फिल्म को दिए सर्टिफिकेट को रद्द करने की मांग की है। उन्होंने बताया कि हमने फिल्म की रिलीज पर रोक लगाने की भी मांग की है।
बता दें फिल्म 29 नबंवर को रिलीज होने वाली हैं और इसमें मुख्य भूमिका के रूप में रजनीकांत, अक्षय कुमार और एमी जैक्सन हैं। यह फिल्म कुल 3 भाषाओं में रिलीज की जाएगी और इसका बजट 543 करोड़ रुपये है। यह भारत की अब तक की सबसे महंगी फिल्म है।