दिग्गज गायक मोहम्मद रफ़ी का आज जन्मदिन है। 24 दिसम्बर 1924 को रफ़ी का जन्म पंजाब के कोटला सुल्तान सिंह गांव में हुआ था। उन्होंने 18 भाषाओं में 4516 गाने गाए।
दिग्गज गायक मोहम्मद रफ़ी का आज जन्मदिन है। 24 दिसम्बर 1924 को रफ़ी का जन्म पंजाब के कोटला सुल्तान सिंह गांव में हुआ था। उन्होंने 18 भाषाओं में 4516 गाने गाए। जिसमें से कुछ गाने आज भी संगीत प्रेमियों की पहली पसंद है। आइए आपको सुनाते हैं रफ़ी साहब के कुछ चुनिंदा गाने-
1.बहारों फूल बरसाओ मेरा महबूब आया है
यह गाना रफ़ी साहब ने सन 1966 में ‘सूरज’ फिल्म के लिए गाया था। आज भी यह गाना उतना ही पसंद किया जाता है जितना पहले के समय में किया जाता था।
2. ये चांद सा रोशन चेहरा
यह गाना रफ़ी ने सन 1964 में फिल्म ‘कश्मीर की कली’ के लिए गाया था। गाने के बोल इतने शानदार है कि आज भी लोगों के मुख पर आ जाते हैं।
3. अकेले अकेले कहां जा रहे हो
यह गाना रफ़ी ने सन 1967 में फिल्म ‘एन ईवनिंग इन पेरिस’ के लिए गाया था। यह गाना भी काफी प्रसिद्ध और लोगों का लोकप्रिय है।
4. चाहूंगा मैं तुझे सांझ सवेरे
यह गाना रफ़ी ने सन 1964 में फिल्म ‘दोस्ती’ के लिए गाया था। यह गाना बेहद इमोशनल है, जो कि दोस्ती पर आधारित है।
5. आने से उसके आए बहार
यह गाना रफ़ी ने सन 1969 में फिल्म ‘जीने की राह’ के लिए गाया था। यह गाना काफी लोकप्रिय है और आज भी लोगों द्वारा गाया जाता है।
6. बदन पे सितारे लपेटे हुए
यह गाना रफ़ी ने सन 1969 में फिल्म ‘प्रिंस’ के लिए गाया था। इस गाने को रफ़ी साहब ने काफी मनोरंजक तरीके से गाया है।
7. धीरे धीरे चल चांद
यह गाना रफ़ी ने सन 1959 में फिल्म ‘लव मैरिज’ के लिए गाया था। इस गाने को रफ़ी साहब ने बेहद शानदार तरीके से गाया है।
8. ये दुनिया ये महफिल
यह गाना रफ़ी ने सन 1970 में फिल्म ‘हीर रांझा’ के लिए गाया था। यह गाना काफी इंमोशनल है जिसे रफ़ी साहब ने बेहद अच्छा गाया है।
9. पर्दा है पर्दा
यह गाना रफ़ी ने सन 1977 में फिल्म ‘अमर अकबर एंथनी’ के लिए गाया था। जिस अंदाज से इस गाने को गाया गया है वह फैंस को बेहद पसंद है।
10. मैं जिंदगी का साथ निभाता चला गया
यह गाना रफ़ी ने सन 1961 में फिल्म ‘हम दोनों’ में देवानंद के लिए गाया था।