ज्यादा वर्क लोड या फिर तनाव से सिरदर्द होना आम बात है। कभी चाय न पीने से भी सिर दर्द होने लगता है लेकिन लगातार होने वाला सिरदर्द आपकी जान ले सकता है। ये हम नहीं कह रहे बल्कि एक शख्स की मेडिकल रिपोर्ट कह रही है। दरअसल, साउथ ईस्ट लंदन के रहने वाल 25 वर्षीय जोशुआ वार्नर 15 दिन से सिरदर्द से परेशान था जिसके बाद उसकी मौत हो गई।
सिरदर्द अहसनीय था। वार्नर ने डॉक्टर को दिखाया लेकिन वह बीमारी पहचान नहीं पाए। उनकी लापरवाही से शख्स की जान चली गई। डॉक्टरों ने उसका सिटी स्कैन करवाया और अपेंडिसाइटिस से पीड़ित होने के बात बताकर सर्जरी की सलाह दी। वार्नर ने डॉक्टर के कहने पर अपेंडिक्स निकाल दिया।
वार्नर की सर्जरी को 5 दिन बीत चुके थे लेकिन उसके हालत नाजुक थी। डॉक्टर भी ये देखकर सन्न रह गए। उन्होंने वार्नर के कुछ टेस्ट किए। जिसमें दिमाग की अंदर असामान्य स्थिति दिखी। डॉक्टरों ने उन्हें दवाई के साथ छुट्टी दे दी लेकिन कुछ दिनों वार्नर बेहोश हो गया। दूसरे अस्पताल में पता लगा कि वॉर्नर को लास्ट स्टेज ब्रेन कैंसर हैं ये दिमाग के दाएं हिस्से से पीछे लेकर ब्रेन स्टेम को डेमेज कर चुका है।
सही वक्त पर बीमारी न पहचान पाने से वॉर्नर 25 साल की उम्र में दुनिया को अलविदा कह दिया। मीडिया रिपोर्ट्स की मानें तो ब्रेन कैंसर के चार स्टेज होती। ग्रेड 1 और ग्रेड-2 का ब्रेन ट्यूमर धीरे-धीरे बड़ा होता है। लेकिन जब ये थर्ड और फोर्थ स्टेज पर पहुंच जाता है तो जानलेवा हो जाता है।
सिरदर्द ब्रेन कैंसर का पहला लक्ष्ण है। ये सुबह के वक्त और खांसते वक्त होता है। इसके साथ ही उल्टी आना, मेमौरी लॉस, आई साइट कमजोर होना और बोलने में दिक्कत होने ब्रेन कैंसर के लक्ष्ण है। अगर आप भी ऐसे लक्ष्ण है तो सिरदर्द को इग्नोर न करें और तुरंत डॉक्टर से संपर्क करें।