दिल को रखना है चुस्त दुरुस्त और तंदुरुस्त तो डाइट में शामिल करें 5 फ़ूड, दूर भागेगा कोलेस्ट्रॉल

First Published Jul 1, 2024, 6:44 PM IST

हेल्थ डेस्क। हमारे डेली रूटीन और हमारे खान-पान का असर हमारे शरीर में पड़ता है। स्वस्थ भोजन से शरीर स्वस्थ रहता है लेकिन आज की भागदौड़ भरी जिंदगी में प्रोसेस्ड फूड, जंक फूड, बाहर का खाना खाकर हर व्यक्ति का शरीर बीमारी का घर बन चुका है। हार्ट अटैक का सीधा संबंध कोलेस्ट्रॉल से होता है । कोलेस्ट्रॉल खून में मौजूद एक वसा होता है जब इस वसा का स्तर  बढ़ जाता है तब हार्ट अटैक का खतरा बढ़ जाता है। लेकिन डाइट में कुछ फूड्स को शामिल करके हम कोलेस्ट्रॉल को दूर भगा सकते हैं।

ड्राई फ्रूट्स हेल्दी फैट का बेहतरीन सोर्स होता है जो हार्ट के लिए वरदान होता है। ड्राई फ्रूट्स के साथ एक प्लस पॉइंट यह भी है कि कोलेस्ट्रॉल के लेवल को कंट्रोल करने के साथ-साथ यह बॉडी में ट्राइग्लिसराइड को भी कंट्रोल करते हैं। नट्स में प्रचुर मात्रा में फाइबर होता है और प्लांट स्टरोल नमक पदार्थ होता है जो शरीर में कोलेस्ट्रॉल के अवशोषण को रोकता है। अखरोट मूंगफली बादाम के सेवन से दिल की बीमारी दूर भागती है।

बेरीज जैसे कि ब्लूबेरी, स्ट्रॉबेरी, गूसबेरी ब्लैकबेरी का सेवन करने से कोलेस्ट्रोल का लेवल कम होता है।  खासतौर से ब्लैकबेरी कोलेस्ट्रॉल को कम करने में काफी मदद करती है क्योंकि इसमें एलडीएल के लेवल को कम करने की क्षमता होती है। बेरीज में फाइबर भरपूर मात्रा में पाया जाता है इसलिए आप इसे प्लेन भी खा सकते हैं और ओट्स में मिलाकर भी खा सकते हैं।  बेरीज के अलावा सेब और नाशपाती भी कोलेस्ट्रॉल के लेवल को कम करने में सहायक है।

ग्रीन बींस को डेली डाइट में शामिल करने से बैड कोलेस्ट्रॉल शरीर से खत्म हो जाता है। बींस में मौजूद प्रोटीन और फाइबर कोलेस्ट्रॉल के लेवल को कम करते हैं। ग्रीन बींस में सॉल्युबल फाइबर प्रचुर मात्रा में पाया जाता है जो लो डेंसिटी लिपोप्रोटीन के लेवल को कंट्रोल करने में मदद करती है इसलिए डाइट में ग्रीन बींस को शामिल करके कोलेस्ट्रॉल की समस्या से छुटकारा पाया जा सकता है।

कोलेस्ट्रॉल कंट्रोल करने के लिए डाइट में तुलसी का बीज, अलसी का बीज, कलौंजी का बीज, काला तिल, चिया सीड्स जरूर शामिल करना चाहिए क्योंकि यह बेड कोलेस्ट्रॉल के दुश्मन है। चिया सीड्स में घुलनशील फाइबर होता है जो जो बैड कोलेस्ट्रॉल को कम करता है। वही तुलसी के बीज में पेक्टिन नमक सॉल्युबल फाइबर होता है जो बैड कोलेस्ट्रॉल को दूर करने में मदद करता है।

मछली में ओमेगा 3 फैटी एसिड पाया जाता है जो बैड कोलेस्ट्रॉल को कम करने में मदद करती है।  मछली में तूना, मैक्रोन, सलोमन, रेनबो  आदि मछलियां डाइट में शामिल करने से बैड कोलेस्ट्रॉल को शरीर से बाय-बाय कहा जा सकता है। हफ्ते में तीन बार मछली का सेवन जरूर करना चाहिए लेकिन इस बात का ख्याल रखें की मछली को फ्राई करने के  बजाय स्टीम करके खाएं क्योंकि फ्राई करने से मछली तेल सोखती है जो आपकी समस्या को बढ़ा भी सकती है।

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