मानसून में नमी बढ़ने से खतरनाक हो सकती है AC
AC Side Effects: हम में से कई लोग मानसून के दौरान नमी बढ़ने पर रात में आराम से सोने के लिए एयर कंडीशनिंग (AC) पर निर्भर रहते हैं। भले ही ठंडी हवा आपके जीवन में एक सुखद बदलाव हो सकती है, लेकिन आपको एयर कंडीशनर (AC) चालू करके सोने के संभावित हेल्थ रिस्क के बारे में सोचना चाहिए। एसी यूनिट की कोल्ड, ड्राई एयर के संपर्क में लंबे समय तक रहने से कई तरह की स्वास्थ्य समस्याएं हो सकती हैं, जिनमें सांस संबंधी समस्याएं, ड्राई स्किन और नींद के पैटर्न में गड़बड़ी शामिल हैं।
AC का रात में उपयोग स्वास्थ्य के लिए होता है हानिकारक
मारेंगो एशिया हॉस्पिटल्स गुरुग्राम के सामुदायिक आउटरीच और जनरल वेलनेस के प्रोग्राम डायरेक्टर डॉ. शिबल भारतीय ने बताया कि रात में AC चलाकर सोने से आपके स्वास्थ्य पर खराब प्रभाव पड़ता है। आईए जानते हैं कि AC में सोने पर हमारे स्वास्थ्य पर क्या- क्या प्रभाव पड़ सकता है।
1. नींद की क्वालिटी
आपके सोने के माहौल का टेंप्रेचर आपकी नींद की क्वालिटी काफी हद तक प्रभावित करता है। अगर कमरा बहुत ठंडा है, तो यह आपको असहज कर सकता है और आपको सोने से रोक सकता है। अगर आपको ठंड लगने पर जागना पड़ता है या आपको ज़्यादा कंबल की ज़रूरत पड़ती है, तो टंप्रेचर सेटिंग को एडजस्ट करने या ज़्यादा आरामदायक माहौल बनाने के लिए AC के अलावा पंखे का इस्तेमाल करने पर विचार करें।
2. श्वसन स्वास्थ्य
एयर कंडीशनिंग चालू करके सोने से जुड़ी सबसे बड़ी समस्या यह है कि इसका आपके श्वसन तंत्र पर असर पड़ता है। AC हवा को ठंडा और नमी रहित कर देते हैं, जिससे गले और नाक के मार्ग सूख सकते हैं। यह अस्थमा और एलर्जी के लक्षणों को बढ़ा सकता है। खासकर अगर एसी यूनिट का ठीक से रखरखाव न किया जाए। एयर फिल्टर में धूल और फफूंद का निर्माण पूरे कमरे में फैल सकता है, जिससे संभावित रूप से श्वसन संबंधी समस्याएं हो सकती हैं। इन जोखिमों को कम करने के लिए नियमित रखरखाव और समय पर एयर फिल्टर को बदलना आवश्यक है।
3. स्किन प्राब्लम
एयर कंडीशनिंग के लंबे समय तक संपर्क में रहने से आपकी स्किन पर भी असर पड़ सकता है। AC सिस्टम द्वारा ड्राई एयर प्रोडक्ट से स्किन में सूखापन और जलन हो सकती है। एक्जिमा जैसी त्वचा संबंधी समस्याएं और भी खराब हो सकती हैं। इससे निपटने के लिए अपने बेडरूम में नमी का ऑप्टिमल लेवल बनाए रखने के लिए ह्यूमिडिफायर का यूज कर सकते हैं। सोने से पहले मॉइस्चराइजिंग लोशन लगाने से भी स्किन को हाइड्रेट रखने में मदद मिलती है।
4. मेंटल हेल्थ
आपके सोने का वातावरण आपके मेंटल हेल्थ स्वास्थ्य में भी अहम भूमिका निभाता है। एक आरामदायक और सुव्यवस्थित नींद का इनवायरमेंट मूड और कॉग्निटिव परफारमेंस को बेहतर बना सकता है। हालांकि, अत्यधिक ठंडी या ड्राई एयर से होने वाली असुविधा अनिद्रा का कारण बन सकती है। जिससे मानसिक स्वास्थ्य पर निगेटिव प्रभाव पड़ता है। अच्छी एयर क्वालिटीयुक्त और सुखद कमरे का टेंप्रेचर बनाए रखना बेहतर मानसिक और समग्र स्वास्थ्य का समर्थन कर सकता है।
5. हाइड्रेशन
एयर कंडीशनिंग एयर को सुखाकर आपके हाइड्रेशन लेवल को भी प्रभावित कर सकती है। जब शुष्क हवा के कारण शरीर बहुत अधिक नमी खो देता है, तो सिरदर्द, ड्राई माउथ और सुस्ती जैसे डिहाईड्रेशन के लक्षण हो सकते हैं। इसका मुकाबला करने के लिए सुनिश्चित करें कि आपके कमरे में हवा में ह्यूमिडिटी जोड़ने के लिए पानी आधारित ह्यूमिडिफायर है और हाइड्रेटेड रहने के लिए पूरे दिन खूब पानी पिएं।
6. ब्लड फ्लो पर प्रभाव
बहुत ठंडे कमरे में सोने से ब्लड फ्लो बाधित हो सकता है। कोल्ड टेंप्रेचर से ब्लड विजेल्स सिकुड़ सकती हैं, जिससे असुविधा या सुन्नता हो सकती है। खास तौर पर रेनॉड रोग जैसी स्थितियों वाले व्यक्तियों में। इन समस्याओं से बचने के लिए, अपने कमरे को आरामदायक टेंप्रेचर पर रखें और AC का अधिक उपयोग किए बिना गर्म रहने के लिए उचित बिस्तर या परतों का उपयोग करें।
AC का सुरक्षित उपयोग कैसे करें?
डॉ. शिबल ने AC का यूज करने के बारे में ये 5 टिप्स बताए हैं, ताकि आराम और स्वास्थ्य में संतुलन बना रहे।
1. AC इकाई का कैसे करें रखरखाव: ऑप्टिमल एयर क्वालिटी के रेगुलर फिल्टर साफ करें या बदलें।
2. ह्यूमिडिफायर का उपयोग करें: यह AC द्वारा उत्पन्न शुष्क हवा को कम करने में मदद कर सकता है।
3. टेंप्रेचर सेटिंग एडजेस्टमेंट करें: AC को नार्मल टेंप्रेचर पर सेट करें, अधिक गर्म या ठंडे टेंप्रेचर से बचें।
4. हाइड्रेटेड रहें: AC के शुष्क प्रभावों का मुकाबला करने के लिए, खूब पानी पिएं।
5. अपने स्वास्थ्य की निगरानी करें: एयर कंडीशनिंग से संबंधित
किसी भी असुविधा या स्वास्थ्य समस्या के प्रति सतर्क रहें और आवश्यक एडजेस्टमेंट करें।