बीते एक साल में हुए 5 गंभीर एक्सीडेंट
5 Major Train Accidents In India: देश की लाईफ लाइन कहे जाने वाले दुनिया के चौथे सबसे बड़े रेल नेटवर्क भारतीय रेलवे की जितनी रफ्तार बढ़ रही है। उसी तेजी के साथ एक्सीडेंट की घटनाएं भी हो रही हैं, जो न केवल एक चिंता का विषय है, बल्कि ट्रेनों की सुरक्षित रफ्तार को सुनिश्चित करने का भी दौर है। क्याेकि इन ट्रेन हादसों में कोई जिंदगी गंवा देता है तो कोई अपने शरीर का कोई न कोई अंग खो बैठता है। बीते एक साल में जिन पांच बड़े ट्रेन एक्सीडेंट के बारे में बात की जा रही है, उनसे पूरा देश हिल गया था। अब तक इनमें करीब 330 लोगों की जान जा चुकी है और 1500 से ज्यादा लोग घायल हुए हैं।
आज सुबह झारखंड के सराय केला में हुआ ट्रेन हादसा
गौरतलब है कि झारखंड के सरायकेला में बेंगलुरु-यशवंतपुर ट्रैक पर हावड़ा-मुंबई मेल (12810) 30 जुलाई 2024 को भाेर में 3.43 बजे मालगाड़ी से टकरा गई। जिसमें एक यात्री की मौत हो गई। अभी तक 8 यात्रियों के घायल होने की खबर है। बताया जा रहा है कि दुर्घटना के बाद हावड़ा-मुंबई मेल के 20 से ज्यादा डिब्बे पटरी से उतर गए। जिससे वहां अफरा तफरी का माहौल बन गया। मौके पर राहत एवं बचाव कार्य जारी है।
1. उड़ीसा के बालासोर में हुए ट्रेन एक्सीडेंट में चली गई थी 296 यात्रियों की जान
उड़ीसा के बालासोर में 02 जून 2023 को 12841 कोरोमंडल एक्सप्रेस ट्रेन लूप लाइन में खड़ी मालगाड़ी से टकराने के बाद समीप की लाइन से गुजर रही यशवंतपुर हावड़ा एक्सप्रेस से टकरा गई थी। इस चेन्नई से हावड़ा जा रही कोरोमंडल एक्सप्रेस के कई डिब्बे पटरी से उतर गए थे। जिसमें 296 लोगों की मौत हो गई थी। 1250 लोग घायल हुए थे। इस हादसे से पूरे देश में हाहाकार मच गया था। रेलवे के सिस्टम पर सवाल उठने लगे थे।
2. बक्सर जंक्शन के समीप हुए हादसे में 4 यात्रियों की मौत
बिहार के बक्सर जंक्शन के समीप 11 अक्टूबर 2023 को नई दिल्ली से कामाख्या जा रही नॉर्थ एक्सप्रेस के 24 से ज्यादा डिब्बे पटरी से उतर गए थे। इस हादसे में 4 यात्रियों की मौत हो गई थी। 75 लोग घायल थे। जिन्हें विभिन्न अस्पतालों में भर्ती कराया गया था। डिब्बे पटरी से उतरने की वजह की जांच का आदेश दिया गया था। ट्रेन एक्सीडेंट में ट्रेन की बोगियों के पटिरयों से उतरने एक प्रमुख वजह रेलवे ट्रैक पर मैकेनिकल फॉल्ट यानी रेलवे ट्रैक पर लगने वाले एक्यूपमेंट का खराब हो जाना भी है।
3. विजयनगरम में ट्रेन हादसे के दौरान मोबाइल पर क्रिकेट देख रहे थे ड्राइवर, हुई थी 14 की मौत
आंध्र प्रदेश के कंटाकापल्ली में 29 अक्टूबर 2023 में एक बड़ा ट्रेन एक्सीडेंट हो गया था। जिसमें 14 से 15 यात्रियों की जान चली गई थी। 55 से ज्यादा लोग घायल हुए थे। इनमें कईयों की हालत बेहद गंभीर बताई गई थी। कंटाकापल्ली में रायगड़ा पैसेंजर ट्रेन, विशाखापट्टनम पलासा ट्रेन में पीछे से टकरा गई थी। इस हादसे में जांच के बाद जो रिपोर्ट सामने आई थी और चौंकाने वाली थी। उसमें बताया गया था कि ट्रेन ड्राइवर और असिस्टेंट ड्राइवर हादसे के वक्त मोबाइल पर क्रिकेट मैच देख रहे थे। जिससे वह उन्हें इस हादसे का एहसास ही नहीं हुआ
4. UP के गोंडा में 4 लोगों की हो चुकी है मौत
UP के गोंडा में 18 जून 2024 को चंडीगढ़ से डिब्रूगढ़ जा रही एक्सप्रेस ट्रेन की 11 से अधिक बोगियां पटरी से उतर गई थी। इस ट्रेन एक्सीडेंट में 4 लोगों की मौत हो गई, जबकि दो दर्जन से अधिक यात्री गंभीर रूप से घायल हुए थे। जिन्हें विभिन्न अस्पतालों में भर्ती कराया गया है।
5. जामताड़ा में 12 की हुई थी मौत
झारखंड के जामताड़ा और विद्यासागर स्टेशन के बीच 24 फरवरी 2024 को बेंगलुरु-यशवंतपुर ट्रेक पर लाइन के किनारे काम चल रहा था। जिसमें डस्ट ज्यादा होने की वजह से लोको पायलट को आग लगने का शक हुआ। जिसकी वजह से लोको पायलट ने ट्रेन रोक दिया। जिससे यात्री ट्रेन से उतरने लगे थे। उसी समय अप लाइन पर जा रही EMU ट्रेन आ गई। जिसकी चपेट में आने से 12 लोगों की मौत हो गई।
ट्रेन एक्सीडेंट के ये हैं 5 प्रमुख कारण, बचाव कैसे करें?
1. ट्रेन एक्सीडेंट में ट्रेन की बोगियों के पटिरयों से उतरने एक प्रमुख वजह रेलवे ट्रैक पर मैकेनिकल फॉल्ट यानी रेलवे ट्रैक पर लगने वाले एक्यूपमेंट का खराब हो जाना भी है।
2. अक्सर ये ट्रेन एक्सीडेंट उस वक्त होते हैं, जब पटरियां क्रैक हो जाती हैं। वहीं ट्रेन के डिब्बों को बांध कर रखने वाले एक्यूपमेंट का लूज होना भी इसकी प्रमुख वजह है।
3. एक्सेल जिस पर ट्रेन की बोगी रखी होती है, उसका टूटना भी ट्रेन के डीरेल होने की एक संभावित वजह मानी जाती है।
4. अनवरत चलते रहने के कारण ट्रेन की पटरियों से पहियों का घिस जाना भी ट्रेन के पटरी से उतरने के प्रमुख कारणों में से एक है।
5. गर्मी में पटरियों के स्ट्रक्चर में कई बार बदलाव आ जाता है। इसके अलावा तेज चलती ट्रेन को तेज स्पीड से मोड़ना या फिर ब्रेक लगाना भी ट्रेन के पटरी से उतरने की वजह बनता है।
6. इसे रोकने का एक ही तरीका है मरम्मत कार्य चलता रहे, कहीं भी थोड़ा भी गड़बड़ होने पर उसे तुरंत दुरुस्त किया जाना चाहिए।