ब्लाइंड्स का सहारा बनेगी 'अंधे की लाठी', IIT-NIT नहीं गांव के इस लड़के ने बनाई

By Rajkumar Upadhyaya  |  First Published Feb 14, 2024, 11:23 PM IST

ब्लाइंड्स लोगों को एक जगह से दूसरी जगह जाने के लिए किसी न किसी का सहारा लेना पड़ता है। यह देखकर यूपी के महराजगंज के अभिषेक चौधरी ने 'अंधे की लाठी' के नाम से दिव्यांगों के लिए ऐसा प्रोडक्ट बनाया है, जो उनका जीवन आसान बनाएगा।

महराजगंज। ब्लाइंड्स (अंधे) पर्सन को बिना सहारे के एक से दूसरी जगह जाने में मुश्किल होती है। कई बार वह जख्मी भी हो जाते हैं। माय नेशन हिंदी से बात करते हुए यूपी के महराजगंज जिले के अभिषेक चौधरी कहते हैं कि जब ब्लाइंड पर्सन का सहारा बनने के लिए घर पर कोई व्यक्ति उपलब्ध न हो और उन्हें बाथरूम या फिर पानी पीने के लिए किचेन में जाना पड़े तो ब्लाइंड पर्सन को मुश्किलों का सामना करना पड़ सकता है। उन्हीं की दिक्कतों को दूर करने के लिए 'अंधे की लाठी' (छड़ी) बनाई।

वाइब्रेट करने के साथ बजर करता है अलर्ट

अभिषेक कहते हैं कि इसकी सहायता से ब्लाइंड पर्सन बिना किसी मदद के एक से दूसरी जगह जा सकता है। इस दौरान उसे दिक्कतों का सामना भी नहीं करना पड़ता है। इस स्टिक (छड़ी) की खासियत ही कुछ ऐसी है, जो इसे आम स्टिक (छड़ी) से अलग बनाती है। 'अंधे की लाठी' प्रोडक्ट में विशेष बात यह है कि यह ब्लाइंड पर्सन को सामने आने वाली बाधा के बारे में आवाज और कंपन करके बताता है। जिससे ब्लाइंड पर्सन को पता चल जाता है कि उसके सामने कोई चीज है और वह अलर्ट हो जाता है।

छड़ी बनाने में टेक्नोलॉजी का यूज

छड़ी बनाने में टेक्नोलॉजी का यूज किया गया है। आवाज करने वाला एक बजर लगाया गया है, जो आवाज करके ब्लाइंड पर्सन के सामने किसी व्यक्ति या वस्तु की उपस्थिति का संकेत देता है। यदि उसके सामने कोई व्यक्ति होगा तो बजर की आवाज सुनकर खुद हट जाएगा। यदि कोई वस्तु होगी तो ब्लाइंड पर्सन स्टिक की मदद से उसके बगल से गुजर जाएगा।

छड़ी में चार्जिंग की सुविधा

अभिषेक कहते हैं कि स्टिक में चार्जिंग की भी सुविधा दी गई है। ताकि इसकी बैटरी डिस्चार्ज होने पर चार्ज कर यूज किया जा सके। बैटरी एक बार चार्ज होने के बाद कम से कम 8 घंटे तक चलेगी। वैसे बैटरी की कैपेसिटी 72 घंटे की है। वैसे यदि स्टिक के बजर का यूज कम होगा तो बैटरी कम से कम 20 घंटे काम करेगी। स्टिक वाइब्रेट करके भी संकेत देती है, ताकि जिस शख्स के आंख और कान दोनों काम न कर रहे हों। वह भी इसका यूज कर सके।

सुविधानुसार सेट किया जा सकता है डिस्टेंस

अभिषेक कहते हैं कि जादुई छड़ी में ऑन-ऑफ बटन लगा है। बजर युक्त छड़ी में अल्ट्रासोनिक सेंसर लगा है। पाइपनुमा आकृति वाली छड़ी में डिवाइस फिट किया गया है। जैसे ही उसके सामने कोई आब्जेक्ट आता है। बजर इंडिकेट करता है। अपनी सुविधानुसार डिस्टेंस भी सेट किया जा सकता है। 

ये भी पढें-छोटा सा बिजनेस 8000 करोड़ इम्पायर में बदलकर रच दिया इतिहास, इस लड़की ने 17 की उम्र में जॉइन की थी कम...

click me!