Inspirational Story: संघर्ष से मिली सपनों को उड़ान! कैसे एक मधुबनी चित्रकार बनी UPSC IFS टॉपर?

झारखंड की ऋत्विका पांडे ने UPSC IFS परीक्षा में ऑल इंडिया रैंक 1 हासिल कर सफलता की नई मिसाल कायम की। जानिए उनकी प्रेरणादायक कहानी, रणनीति और संघर्ष की पूरी दास्तान।

UPSC Inspirational Story: क्या आपको पता है कि झारखंड की एक लड़की ने भारतीय वन सेवा (IFS) परीक्षा में ऑल इंडिया रैंक 1 हासिल की? UPSC परीक्षा को भारत की सबसे कठिन परीक्षाओं में से एक माना जाता है, लेकिन ऋत्विका पांडे ने अपनी रणनीति, समर्पण और जुनून से इस चुनौती को पार किया।

झारखंड से UPSC IFS तक का सफर
रांची की रहने वाली ऋत्विका पांडे का जन्म एक साधारण परिवार में हुआ था। उनके पिता कृषि मंत्रालय में अधिकारी थे और माँ एक गृहिणी। परिवार से मिली अनुशासन की सीख ने उन्हें UPSC की तैयारी में मदद की। पहले वे IES (Indian Engineering Services) के लिए भी परीक्षा दे चुकी थीं, जिससे उन्हें सिविल सर्विस की परीक्षा पैटर्न की अच्छी समझ हो गई थी।

Ritvika Pandey की सफलता की नई रणनीति
ऋत्विका ने इस बार अपनी रणनीति में कुछ बदलाव किए। उन्होंने:

  • 1.  समय की सटीक योजना बनाई
  • 2.  छोटे, प्रभावी अध्ययन समूह बनाए
  • 3.  ग्रुप स्टडी के जरिए जवाबदेही और सहयोग बढ़ाया
  • 4.  मॉक टेस्ट और उत्तर लेखन पर ज्यादा फोकस किया

इंजीनियरिंग से भारतीय वन सेवा तक Ritvika Pandey का सफर
ऋत्विका बताती हैं "इस बार मैंने अपने लिए स्पष्ट समय-सीमा तय की और उसे ईमानदारी से पूरा किया,"। हालांकि उनका शुरुआती करियर इंजीनियरिंग में था, लेकिन उनका दिल प्रकृति की ओर खिंचता चला गया। वन्यजीवों और पर्यावरण के प्रति प्रेम ने उन्हें Indian Forest Service (IFS) परीक्षा देने के लिए प्रेरित किया। वे कहती हैं "मुझे हमेशा प्रकृति के करीब रहना पसंद था। मैं पर्यावरण के लिए कुछ करना चाहती थी और IFS ही वह रास्ता था,"।

तनाव से बचने के लिए Ritvika ने किसका लिया सहारा?
UPSC जैसी कठिन परीक्षा की तैयारी के दौरान मानसिक संतुलन बनाए रखना चुनौतीपूर्ण होता है। ऋत्विका ने इसके लिए गोंड और मधुबनी चित्रकला को अपनाया। वे बताती हैं, "पेंटिंग सिर्फ एक शौक नहीं था, यह मेरे लिए ध्यान केंद्रित रहने का एक ज़रिया भी था,"।

AIR 1: जब सपना हकीकत बना
जब UPSC IFS 2024 के परिणाम घोषित हुए, तो ऋत्विका का नाम टॉप पर था! वे कहती हैं, "मुझे टॉप 20 में आने की उम्मीद थी, लेकिन रैंक 1 देखना किसी सपने के सच होने जैसा था।"

इंटरव्यू में प्रभावशाली उत्तर

यह भी पढ़ें... ISRO साइंटिस्ट की नौकरी ठुकराई, पहले अटेम्ट में ही UPSC क्लीयर कर बनीं IPS! Shocking है वजह

बोर्ड इंटरव्यू के दौरान उनसे पूछा गया: "यदि आप राष्ट्रीय प्राणी उद्यान की निदेशक होतीं, तो आप आगंतुकों और जानवरों के लिए क्या कदम उठातीं?"
ऋत्विका  का उत्तर:

  • A.आगंतुकों की सुरक्षा सुनिश्चित करना
  • B. "नागरिक विज्ञान" प्रोजेक्ट शुरू कर लोगों को शामिल करना
  • C. लोककला और चित्रकला के माध्यम से वन्यजीव संरक्षण को बढ़ावा देना
  • D. जानवरों की देखभाल के लिए एक समर्पित विशेषज्ञ टीम बनाना

उनके व्यावहारिक और रचनात्मक उत्तरों ने बोर्ड को प्रभावित किया और यह उनकी सफलता में अहम भूमिका निभा गया।
ऋत्विका  की भविष्य की योजनाएं
अब जब वे भारतीय वन सेवा अधिकारी बन चुकी हैं, उनकी योजना झारखंड में काम करने की है। वे डिज़ाइन छात्रों के साथ मिलकर लोककला के ज़रिए वन्यजीव संरक्षण अभियान शुरू करना चाहती हैं। "मेरा सपना है कि हम नागरिकों को प्रकृति के करीब लाएँ और उन्हें पर्यावरण का संरक्षक बनाएं।"

IPS अधिकारी महेश भागवत से मिली मदद
उन्होंने इंटरव्यू के लिए IPS महेश भागवत से मार्गदर्शन लिया, जिन्होंने उन्हें डीएएफ (Detailed Application Form) और समसामयिक विषयों की तैयारी में मदद की।

ऋत्विका पांडे से UPSC उम्मीदवारों के लिए टिप्स

  • 1. UPSC के लिए निरंतरता और फोकस जरूरी है।
  • 2.  स्वास्थ्य का ध्यान रखें, मानसिक और शारीरिक रूप से फिट रहें।
  • 3.  समय प्रबंधन सही रखें, कम लेकिन प्रभावी संसाधनों का उपयोग करें।
  • 4. सामूहिक अध्ययन (Collective study) से मदद मिलती है – सही ग्रुप बनाना जरूरी है।

ऋत्विका पांडे की कहानी से क्या मिलती है सीख?
ऋत्विका पांडे की सफलता की कहानी हमें सिखाती है कि समर्पण, सही रणनीति और जुनून के साथ कोई भी लक्ष्य हासिल किया जा सकता है। जैसे ही वे अपनी IFS यात्रा शुरू करती हैं, यह स्पष्ट है कि भारत के जंगलों और वन्यजीवों का भविष्य सुरक्षित हाथों में है।

यह भी पढ़ें... एक असफल अभ्यर्थी से IPS ऑफिसर बनने तक – दिव्यांश शुक्ला की Success Story आपको चौंका देगी!

click me!