शौहर ने महज तीस रुपये के लिए बेगम को तलाक दिया है। जानकारी के मुताबिक हापुड़ कोतवाली क्षेत्र में रहने वाली महिला की शादी 3 साल पहले मोहल्ले में रहने वाले एक युवक से हुई थी। उस वक्त से ही ससुराल वाले नाराज चल रहे थे क्योंकि उन्होंने कार मांगी थी। जिसको देने में पीड़िता का मायके वाले समर्थ नहीं थे। कार न मिलने से नाराज पति और ससुराल वाले आए दिन पीड़िता के साथ मारपीट और गाली-गलौच करते थे।
लखनऊ। उत्तर प्रदेश के हापुड़ जिले में ईद के दिन एक शौहर ने अपनी बेगम को तलाक दे दिया। क्योंकि महिला ने बच्चों की तबीयत खराब होने के कारण दवा के लिए पैसे मांगे थे और शौहर ने ईदी के तौर पर बेगम को ही तलाक दे दिया। राज्य में तीन तलाक के मामले तेजी से आ रहे हैं। क्योंकि कानून बन जाने के बाद पीड़ित महिलाएं पुलिस थानों में शिकायत कर रही हैं।
शौहर ने महज तीस रुपये के लिए बेगम को तलाक दिया है। जानकारी के मुताबिक हापुड़ कोतवाली क्षेत्र में रहने वाली महिला की शादी 3 साल पहले मोहल्ले में रहने वाले एक युवक से हुई थी। उस वक्त से ही ससुराल वाले नाराज चल रहे थे क्योंकि उन्होंने कार मांगी थी। जिसको देने में पीड़िता का मायके वाले समर्थ नहीं थे। कार न मिलने से नाराज पति और ससुराल वाले आए दिन पीड़िता के साथ मारपीट और गाली-गलौच करते थे।
शादी के बाद पीड़िता ने एक बेटे व एक बेटी को जन्म दिया था। कुछ दिन पहले पीड़िता की तबीयत खराब हो गई लेकिन पति और ससुराल वालों ने इलाज कराने से मना कर दिया। इसी बीच बच्चों की तबीयत भी खराब हो गई तो पत्नी ने पति बच्चों की दवाई के लिए पैसे मांगे तो पति मना कर दिया। पीड़िता का आरोप है कि दवा के लिए पैसे मांगने के बाद पति ने उसके साथ मारपीट की और तीन तलाक देकर उसे घर से निकाल दिया।
पीड़िता का कहना है कि उसे ईद के दिन ही घर से निकाला गया, जबकि सब लोग त्योहार मना रहे थे। यही नहीं बच्चों को पति उससे अलग कर अपने पास रखा दिया। इसके बाद पीड़िता अपने मायके पहुंची और परिजनों को घटना की जानकारी दी। इसके बाद पीड़िता परिजनों के साथ हापुड़ कोतवाली में शिकायत दर्ज कराने पहुंची तो कोतवाली के पुलिसकर्मियों ने उसकी रिपोर्ट नहीं लिखी। फिलहाल इस मामले में एसपी डॉ यशवीर सिंह का कहना है कि मामला उनके संज्ञान में आया है और पीड़िता को हरसंभव मदद दी जाएगी।