रूपईडीहा क्षेत्र की रहने वाली नूरी (20) ने इस संबंध में थाने में शिकायत दर्ज कराई है। उसने कहा कि एक साल पहले उसकी शादी रूपईडीहा के ही नई बस्ती के रहने वाले चांदबाबू से हुआ था। शादी के एक सप्ताह बाद से उससे दहेज में मोटरसाइकिल और 50 हजार रुपये की मांग की जाने लगी।
बहराइच—केंद्र सरकार ने भले तीन तलाक के खिलाफ अध्यादेश पास कर दिया हो लेकिन अभी भी तीन तलाक के मामले कम नहीं हो रहे हैं। ताजा मामला उत्तर प्रदेश के बहराइच का है जहां भारत-नेपाल के सीमावर्ती रूपईडीहा इलाके में दहेज की मांग पूरी नहीं करने पर एक विवाहिता को सऊदी अरब में रह रहे उसके पति ने मोबाइल पर ‘तीन तलाक’ दे दिया।
पुलिस अधीक्षक सभाराज सिंह ने बताया कि रूपईडीहा क्षेत्र की रहने वाली नूरी (20) ने इस संबंध में थाने में शिकायत दर्ज कराई है। उसने कहा कि एक साल पहले उसकी शादी रूपईडीहा के ही नई बस्ती के रहने वाले चांदबाबू से हुआ था। शादी के एक सप्ताह बाद से उससे दहेज में मोटरसाइकिल और 50 हजार रुपये की मांग की जाने लगी।
नूरी ने बताया कि शादी के कुछ माह बाद उसका शौहर काम के सिलसिले में सऊदी अरब चला गया। उसके बाद उसकी सास और ननद दहेज की मांग को लेकर कर उसे प्रताड़ित करने लगीं।
उसने आरोप लगाया कि बीते 10 सितम्बर को नूरी की सास राबिया, ननद मीना ने फिर से दहेज की मांग की। उसी दिन चांदबाबू ने भी मोबाइल फोन पर वही मांग दोहराई। नूरी के असमर्थता जताने पर चांदबाबू ने उसे फोन पर ही तीन तलाक दे दिया, जिसके बाद उसे घर से निकाल दिया गया।
उन्होंने बताया कि बुधवार शाम आरोपी पति, सास तथा ननद के खिलाफ मुस्लिम महिला विवाह अधिकार संरक्षण अध्यादेश (धारा 314), दहेज अधिनियम (धारा तीन एवं चार) तथा मारपीट और जान से मारने की धमकी देने के आरोप में मामला दर्ज किया गया है। मामले की जांच की जा रही है।