पीएम के आर्थिक पैकेज के ऐलान के बाद, गदगद हुआ उद्योग जगत

देश कोरोना लॉकडाउन-3 अपनी समाप्ति को ओर है और इसके खत्म होने से पहले पीएम नरेन्द्र मोदी ने देश की अर्थव्यवस्था को मजबूत करने के लिए 20 लाख करोड़ रुपये के आर्थिक पैकेज का ऐलान किया। हालांकि उद्योग जगत पहले से ही इसकी मांग कर रहा था। वहीं पीएम मोदी उद्योग की मांग को पूरा करते हुए इतने बड़े आर्थिक पैकेज का ऐलान किया है। देश में कोरोना संक्रमण के कारण फैक्ट्रियों से लेकर दुकानें बंद हैं। कारोबारी गतिविधियां ठप हैं।

After the announcement of the PM's economic package, the industry is overwhelmed

नई दिल्ली।  प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने मंगलवार देश में चल रहे कोरोना संकट से उबरने के लिए आर्थिक पैकेज का ऐलान किया। जिसके बाद उद्योग जगत में ऊर्जा का नया संचार हुआ है। उद्योग जगत ने कहा कि अब कोरोना संकट से देश में आर्थिक माहौल बनेगा और भारत अपने लक्ष्यों को हासिल करेगा।  पीएम के ऐलान के बाद उद्योग जगत के दिग्गज आंनद महेन्द्रा ने कहा कि वह रात में सो नहीं सकेंगे। क्योंकि पैकेज बीस लाख करोड़ का है।

After the announcement of the PM's economic package, the industry is overwhelmed

देश कोरोना लॉकडाउन-3 अपनी समाप्ति को ओर है और इसके खत्म होने से पहले पीएम नरेन्द्र मोदी ने देश की अर्थव्यवस्था को मजबूत करने के लिए 20 लाख करोड़ रुपये के आर्थिक पैकेज का ऐलान किया। हालांकि उद्योग जगत पहले से ही इसकी मांग कर रहा था। वहीं पीएम मोदी उद्योग की मांग को पूरा करते हुए इतने बड़े आर्थिक पैकेज का ऐलान किया है। देश में कोरोना संक्रमण के कारण फैक्ट्रियों से लेकर दुकानें बंद हैं। कारोबारी गतिविधियां ठप हैं। लिहाजा उद्योग जगत ने इस शुरू करने और पिछले दिनों हुए नुकसान को देखते हुए आर्थिक पैकेज की मांग की थी।

 पीएम के पैकेज के ऐलान के बाद उद्योग जगत ने कहा, कोरोना जैसी महामारी के बीच अर्थव्यवस्था को पटरी पर लाने में ये पैकेज केटलिस्ट तरह की काम करेगा और देश के जीडीपी बढ़ेगी। सरकार ने जिन आर्थिक लक्ष्यों को रखा था और जो कोरोना संकट के बीच पूरे नहीं हो पाए थे। उन्हें पूरा करने में मदद मिलेगी। पीएम नरेन्द्र मोदी के पैकेज के ऐलान के बाद उद्योगपति आनंद महिंद्रा ने भी ट्विवटर पर अपनी प्रतिक्रिया दी और लिखा है कि आज अच्छे से सो तो नहीं पाऊंगा।

 उद्योग जगत का कहना ह कि कोरोना संकट के दौरान कारोबारी गतिविधियों पर लागू पाबंदियों से प्रभावित अर्थव्यवस्था के पुनरुद्धार में मदद मिलेगी। पीएम मोदी ने जो वित्तीय पैकेज की घोषणा की है वह देश के जीडीपी का 10 फीसदी हिस्सा है। हालांकि आर्थिक पैकेज के ऐलान के वक्त पीएम मोदी ने साफ किया किया है कि हाल के निर्णय, रिजर्व बैंक की घोषणाओं को मिलाकर यह पैकेज करीब 20 लाख करोड़ रुपये का होगा और ये पूर्व के पैकेज से अलग नहीं होगा। इस पैकेज के बारे में वित्तमंत्री निर्मला सीतारमण जल्दी ही विस्तार से जानकारी देंगी।

उद्योग जगत की संस्था सीआईआई के महानिदेशक चंद्रजीत बनर्जी ने कहा पीएम के पैकेज से आर्थिक वृद्धि को नहीं गति मिलेगी और पीएम ने जमीन, श्रम, नकदी और कानून को सरल बनाने की बात कही है और इसकी सराहना करनी चाहिए। वहीं फिक्की की अध्यक्ष संगीता रेड्डी ने कहा कि पांच आधार...अर्थव्यवस्था, बुनियादी ढांचा, व्यवस्था, जनसंख्या और मांग के साथ भारत अपने पूर्व के आर्थिक विकास की वृद्धि के रास्ते पर आएगा और अर्थव्यवस्था मजबूत होगी। वहीं पीएचडी चैंबर ऑफ कामर्स ऐंड इंडस्ट्री के अध्यक्ष डीके अग्रवाल ने कहा कोरोना संकट के इस वक्त में प्रोत्साहन पैकेज समय की जरूरत है और पीएम मोदी ने इसका ऐलान कर कारोबारियों को बड़ी राहत दी है।

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