नहीं रहे राज्यसभा सदस्य और राजनेता अमर सिंह, कभी दिल्ली की सत्ता के थे किंगमेकर

By Team MyNation  |  First Published Aug 1, 2020, 7:08 PM IST

अमर सिंह ने आज स्वतंत्रता सेनानी बाल गंगाधर तिलक की पुण्यतिथि पर श्रद्धांजलि दी थी और अपने फैंस को ईद अल अजहा की भी बधाई दी थी। वहीं तबीयत खराब होने के बावजूद वह सोशल मीडिया पर काफी सक्रिय थे। 

नई दिल्ली। राज्यसभा सदस्य और पूर्व समाजवादी पार्टी नेता अमर सिंह का 64 साल की उम्र में सिंगापुर में निधन हो गया है। अमर सिंह का काफी लंबे अरसे से सिंगापुर में इलाज चल रहा था और वह बीमार चल रहे थे। वह पिछले छह महीने से सिंगापुर में अपना इलाज करा रहे थे। लेकिन आज उनका सुबह निधन हो गया है। अमर सिंह आईसीयू में थे और उनका परिवार वहां पर मौजूद था। जानकारी के मुताबिक 2013 में अमर सिंह की किडनी खराब हो गई थी और ट्रांसप्लांट की गई थी।

अमर सिंह ने आज स्वतंत्रता सेनानी बाल गंगाधर तिलक की पुण्यतिथि पर श्रद्धांजलि दी थी और अपने फैंस को ईद अल अजहा की भी बधाई दी थी। वहीं तबीयत खराब होने के बावजूद वह सोशल मीडिया पर काफी सक्रिय थे। वह राज्यसभा के सांसद थे और 5 जुलाई 2016 को उन्हें उच्च सदन भेजा गया था। पिछले कुछ समय से वह भारतीय जनता पार्टी के करीब आ गए थे और समाजवादी पार्टी से अलग होने के बाद उनकी राजनैतिक सक्रियता कम हो गई थी। अमर सिंह सबसे पहले 1996 में राज्यसभा के सदस्य चुने गए थे।

किडनी की बीमारी से जूझ रहे थे अमर सिंह

मार्च महीने में अमर सिंह ने किडनी से जुड़ी बीमारी की वजह से सिंगापुर के अस्पताल में सर्जरी करवाई थी। जानकारी के मुताबिक, साल 2013 में ही अमर सिंह की किडनी खराब हो गई थी। कई बार वह बीमारी के चलते राजनीति से ब्रेक भी लेने लगे थे और पिछले कुछ सालों में सक्रियता ना के बराबर हो गई थी। अस्पताल से ही उन्होंने कई वीडियो संदेश भी जारी किए थे।

कभी अमिताभ बच्चन को कर्ज से उबारा था

अमर सिंह को अमिताभ बच्चना का करीबी माना जाता था और अमर सिंह के कहने पर जया बच्चन को सपा ने राज्यसभा भेजा था। कहा जाता है कि जब अमिताभ बच्चन कर्ज में डूबे थे तो उस वक्त अमर सिंह ने भी उनकी मदद की थी और कर्ज से उबारा था। अमर सिंह के मुलायम सिंह यादव से भी करीबी रिश्ते रहे हैं।

मुलायम सिंह से दूर होते गए अमर

कभी अमर सिंह को मुलायम सिंह यादव का सबसे करीबी माना जाता था। ये भी कहा जाता है कि जब उत्तर प्रदेश में मुलायम सिंह मुख्यमंत्री थे तो राज्य में सरकार एक तरह से अमर सिंह की चला रहे थे। लेकिन पार्टी की कमान अखिलेश यादव के हाथ में आने के बाद अमर सिंह किनारे किए जाने लगे। पार्टी में ये भी कहा जाता है कि समाजवादी पार्टी में शिवपाल यादव और अखिलेश यादव के झगड़े के लिए अमर सिंह जिम्मेदार थे। 

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