Aug 2, 2018, 3:33 PM IST
आतंकवाद की राह पर चले गए युवाओं की मुख्यधारा में वापसी के लिए सेना ने एक बड़ा कदम उठाया है। दक्षिण कश्मीर में सेना आतंकी बन चुके युवाओं के परिजनों से बात कर रही है। परिजनों को इस बात के लिए तैयार किया जा रहा है कि वे अपने बच्चों पर आतंक का रास्ता छोड़ने का दबाव बनाएं। सेना की कोशिश है कि आतंकी बने युवा बिना किसी डर के हथियार डाल दें। सेना उनके पुनर्वास का रास्ता भी बता रही है।