आज आजम के पास सिर्फ पत्नी और पार्टी का समर्थन है। हालांकि पार्टी के नेता भी आजम की टिप्पणी के बाद बचते नजर आ रहे हैं। अब माना जा रहा है कि आजम की ये विवादित टिप्पणी उनकी सांसदी तक छिन सकती है। आज ही भाजपा सांसद रमा देवी ने कहा कि आजम को पूरे कार्यकाल यानी अगले पांच साल तक सदन से निलंबित करना चाहिए। वहीं आजम खान को जमीन हथियाने के मामलों में दर्ज रिपोर्ट के आधार पर कभी भी रामपुर पुलिस द्वारा गिरफ्तार किया जा सकता है। वहीं पिछले दिनों रामपुर में आजम खान द्वारा जमीन कब्जाने के मामले में स्थानीय लोगों ने उनका विरोध प्रदर्शन किया।
अकसर अपने विवादित भाषणों से सुर्खियों में रहने वाले आजम खान की मुश्किलें बढ़ गयी है। रामपुर से लेकर दिल्ली तक मुश्किलें हैं कि जो उनका पीछा नहीं छोड़ रही हैं। लोकसभा में पीठासीन स्पीकर रमा देवी पर की गई टिप्पणी पर अब सभी दलों के नेताओं ने आजम खान से माफी मांगने को कहा है।
अगर आजम खान ऐसा नहीं करते हैं तो उनकी सांसदी जा सकती है या फिर वह सदन से निलंबित हो सकते हैं। वहीं रामपुर में उनके खिलाफ मुकदमें दर्ज किए गए हैं। जिसको लेकर उनकी गिरफ्तारी कभी भी हो सकती है। आज आजम के पास सिर्फ पत्नी और पार्टी का समर्थन है। हालांकि पार्टी के नेता भी आजम की टिप्पणी के बाद बचते नजर आ रहे हैं।
अब माना जा रहा है कि आजम की ये विवादित टिप्पणी उनकी सांसदी तक छिन सकती है। आज ही भाजपा सांसद रमा देवी ने कहा कि आजम को पूरे कार्यकाल यानी अगले पांच साल तक सदन से निलंबित करना चाहिए। फिलहाल अब लोकसभा में आजम खान अलग-थलग पढ़ गए हैं। आज लोकसभा स्पीकर ओम बिरला के साथ विभिन्न दलों के नेताओं की बैठक में सभी ने आजम आजम खान से सदन में बिना शर्त माफी मांगने को कहा है।
जबकि महिला सांसद आजम खान को सख्त सजा देने के पक्ष में हैं। आज लोकसभा में आज़म खान के खिलाफ कार्रवाई का प्रस्ताव सर्वसम्मति से पारित भी हो गया है। उनके खिलाफ कार्यवाही करने का अधिकार स्पीकर को दिया गया है। ओम बिरला ने आजम को सदन के सामने माफी मांगने के लिए कहा गया है, अगर आजम खान माफी नहीं मांगते हैं तो उन पर कार्रवाई करने के लिए स्वतंत्र हैं।
जा सकती है आजम की सांसदी
अगर आजम खान अपनी टिप्पणी पर माफी नहीं मांगते हैं तो उनकी सांसदी भी जा सकती है। हालांकि सभी नेताओं ने आजम पर कार्यवाही करने का अधिकार लोकसभा स्पीकर को दे दिया है। यही नहीं अगर लोकसभा स्पीकर चाहें तो आजम खान को सजा भी दी जा सकती है। हालांकि उनके पास इसके खिलाफ सुप्रीम कोर्ट में चुनौती देने का अधिकार है।
वहीं आजम खान की मुश्किलें रामपुर में भी बढ़ी हुई हैं। जहां उनके ड्रीम प्रोजेक्ट पर योगी सरकार की तलवार लटकी है। फिलहाल अभी एसडीएम कोर्ट ने जौहर विश्वविद्यालय का गेट तोड़ने का आदेश दिया तो राज्यपाल राम नाईक मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को जौहर विश्वविद्यालय के अधिग्रहण के लिए पत्र लिख चुके हैं।
आजम खान को जमीन हथियाने के मामलों में दर्ज रिपोर्ट के आधार पर कभी भी रामपुर पुलिस द्वारा गिरफ्तार किया जा सकता है। वहीं पिछले दिनों रामपुर में आजम खान द्वारा जमीन कब्जाने के मामले में स्थानीय लोगों ने उनका विरोध प्रदर्शन किया। उन्होंने आजम खान को गिरफ्तार करने की मांग की।