आजम खान अपनी पत्नी तंजीन फातिमा का नामांकन कराने के लिए रामपुर पहुंचे थे। आजम खान अरसे से रामपुर नहीं आ रहे थे क्योंकि उन्हें डर था कि रामपुर पुलिस उन्हें गिरफ्तार कर सकती है। हालांकि कुछ मामलों में हाईकोर्ट ने आजम खान को जमानत दे दी है। जिसके बाद वह रामपुर में दिखे। अपने पत्नी का नामांकन जमा करने के बाद वह एसआईटी के सामने पेश हुए और एसआईटी ने उनसे एक घंटा पूछताछ की।
रामपुर। समाजवादी पार्टी के सांसद और सपा नेता आजम खान आज पहली बार जौहर विश्वविद्यालय के लिए जमीन कब्जाने के मामले में गठित एसआईटी के सामने पेश हुए। आजम खान एसआईटी के सवालों से परेशान हो गए है और उन्होंने जवाब देनने के लिए चार दिन का समय मांगा। एसआईटी ने इस पर अपनी सहमति दे दी।
आजम खान आज अपनी पत्नी तंजीन फातिमा का नामांकन कराने के लिए रामपुर पहुंच थे। आजम खान रामपुर नहीं आ रहे थे क्योंकि उन्हें डर था कि रामपुर पुलिस उन्हें गिरफ्तार कर सकती है। हालांकि कुछ मामलों में हाईकोर्ट ने आजम खान को जमानत दे दी है। जिसके बाद वह आज रामपुर में दिखे।
अपने पत्नी का नामांकन जमा करने के बाद वह एसआईटी के सामने पेश हुए और एसआईटी ने उनसे एक घंटा पूछताछ की। आजम के साथ ही उनकी सांसद पत्नी और विधायक बेटे अब्दुल्ला आजम खान भी मौजूद थे। फिलहाल एसआईटी के सवालों से आजम खान परेशान हो गए और उन्होंने इसके लिए चार दिन का समय मांगा। जिसे एसआईटी ने दिया।
जौहर यूनिवर्सिटी के लिए जमीनें कब्जाने के मामले में फंसे सांसद आजम खां सोमवार को एसआईटी के सामने पेश हुए। सीओ सिटी ने उनसे करीब एक घंटे पूछताछ की। आजम खां ने सवाल अधिक होने के कारण जवाब देने के लिए लिखित रूप से चार दिन का समय मांगा, जिसे एसआईटी ने स्वीकार कर लिया।
इस दौरान उनके साथ राज्यसभा सांसद तजीन फातिमा और विधायक पुत्र अब्दुल्ला भी साथ रहे। आजम खान पर जौहर विश्वविद्यालय के लिए किसानों की जमीनें जबरन कब्जाने के आरोप हैं। इसके लिए दो महीने पहले ही रामपुर के अजीमनगर थाने में तीन दर्ज किसानों ने रिपोर्ट कराई हैं।
वहीं एक सरकार की तरफ से रिपोर्ट लेखपाल ने भी कराई है। इन आरोपों के बाद सरकार ने एसपी ने स्थानीय स्तर एसआईटी गठित किया था। वहीं जौहर विश्वविद्यालय के लिए लिए गए धन के लिए प्रवर्तन निदेशालय जांच कर रहा है। हालांकि इससे पहले एसआईटी ने 25 सितंबर को आजम को बुलाया था और इसके बाद उन्हें सोमवार को तलब किया था।