राज्य में आज तीन विधानसभा सीटों पर उपचुनाव के लिए मतदान हुआ। जिसमें राज्य की सत्ताधारी तृणमूल कांग्रेस ने भाजपा के प्रत्याशी को जमकर पीटा। राज्य में ये उपचुनाव भाजपा और टीएमसी के लिए काफी अहम माने जा रहे हैं। क्योंकि राज्य में हुए लोकसभा चुनाव के बाद ये चुनाव दोनों के लिए लिटमस टेस्ट माने जा रहा है।
कोलकाता। पश्चिम बंगाल की तीन विधानसभा सीटों पर हुए मतदान में आज जमकर हिंसा देखने को मिली। सत्ताधारी तृणमूल कांग्रेस के कार्यकर्ताओं ने करीमनगर विधामसभ के भाजपा प्रत्याशी को जमकर पीटा। फिलहाल इस मामले में निर्वाचन आयोग रिपोर्ट मांगी है। वहीं टीएमसी के नेताओं ने इसे भाजपा का आरोप बताया है।
राज्य में आज तीन विधानसभा सीटों पर उपचुनाव के लिए मतदान हुआ। जिसमें राज्य की सत्ताधारी तृणमूल कांग्रेस ने भाजपा के प्रत्याशी को जमकर पीटा। राज्य में ये उपचुनाव भाजपा और टीएमसी के लिए काफी अहम माने जा रहे हैं। क्योंकि राज्य में हुए लोकसभा चुनाव के बाद ये चुनाव दोनों के लिए लिटमस टेस्ट माने जा रहा है। लोकसभा चुनाव में भाजपा ने सत्ताधारी टीएमसी को बड़ा झटका देते हुए राज्य की 18 सीटों पर जीत दर्ज की थी। जिसके बाद राज्य में टीएमसी और भाजपा के बीच हिंसात्मक झड़पें भी हुई थी।
फिलहाल राज्य की जिन तीन सीटों पर मतदान हुए हैं। इसमें दो सीटों पर विधायकों के सांसद चुने गए हैं। जबकि एक विधायक के निधन होने के बाद ये सीट खाली हुई है। आज राज्य की करीमपुर, खड़गपुर सदर और कालियागंज में विधानसभा सीटों पर उपचुनाव के लिए मतदान हुआ। करीमपुर सीट पर टीएमसी की मौजूदा सांसद महुआ मोइत्रा विधायक थी। जबकि कालियागंज के कांग्रेस विधायक प्रमथनाथ रे के निधन के बाद यहां उपचुनाव कराया जा रहा है।
Anarchy!
This is what Mamata Banerjee’s regime is about!
Watch this disturbing footage where TMC workers manhandle and kick BJP’s state Vice President and candidate for Karimpur bypoll Joy Prakash Majumdar while voting is underway in the constituency. pic.twitter.com/w6xk7wjeXY
उधर आज भाजपा के वरिष्ठ नेता और करीमपुर विधानसभा उपचुनाव के उम्मीदवार जयप्रकाश मजूमदार के साथ टीएमसी के कार्यकर्ताओं द्वारा मारपीट का मामला सामने आया है। मजूमदार नदिया जिले के फीपुलखोला इलाके में मतदान केन्द्र जा रहे थे तभी टीएमसी कार्यकर्ताओं ने उन पर हमला कर दिया। जिसका वीडियो भी वायरल हो गया। भाजपा नेता ने आरोप लगाया कि तृणमूल कार्यकर्ता फर्जी मतदाता थे जो मतदान को बाधित करने के इरादे से वहां इकट्ठा हुए थे।