आखिरकार भाजपा ने चैंपियन को बाहर का रास्ता दिखा ही दिया है। चैंपियन को लेकर कोई फैसला न लेने के कारण पार्टी की राज्य ही नहीं बल्कि दिल्ली में भी किरकिरी हो रही थी। लिहाजा पार्टी ने इससे बचने के लिए चैंपियन को पार्टी से बाहर का रास्ता दिखाया।
भारतीय जनता पार्टी ने उत्तराखंड के खानपुर से विवादित विधायक कुंवर प्रणव सिंह चैंपियन को गंभीर अनुशासनहीनता के लिए छह साल के लिए पार्टी से निकाल दिया है। लेकिन अब चैंपियन के कांग्रेस में शामिल होने की अटकलें लगाई जा रही है। चैंपियन भाजपा में शामिल होने से पहले कांग्रेस में रह चुके हैं और अभी भी कांग्रेस से उनके रिश्ते अच्छे बताए जा रहे हैं। हालांकि कांग्रेस की तरफ से चैंपियन से अभी थोड़ा इंतजार करने को कहा है।
आखिरकार भाजपा ने चैंपियन को बाहर का रास्ता दिखा ही दिया है। चैंपियन को लेकर कोई फैसला न लेने के कारण पार्टी की राज्य ही नहीं बल्कि दिल्ली में भी किरकिरी हो रही थी। लिहाजा पार्टी ने इससे बचने के लिए चैंपियन को पार्टी से बाहर का रास्ता दिखाया। गौरतलब है कि चैंपियन ने उत्तराखंड को लेकर अभद्र भाषा का प्रयोग किया था और इसका वीडियो सोशल मीडिया में वायरल हो गया था।
इसके साथ वह अपने हथियारों के शौक लिए भी विवादित रहे हैं। जिसके बाद भाजपा ने चैंपियन के खिलाफ कार्यवाही की। चैंपियन को लेकर राज्यभर के तमाम संगठन व राज्य आंदोलनकारी भी चैंपियन को पार्टी से निकालने की मांग कर रहे थे। जिसको लेकर पार्टी दबाव में थी। हालांकि चैंपियन भी अपने आकाओं के जरिए निलंबन हटाने के लिए दिल्ली में लॉबिंग कर रहे थे। लेकिन इसका उन्हें कोई फायदा नहीं मिला। फिलहाल राज्य सरकार ने चैंपियन के असलहों का लाइसेंस रद्द कर दिया है।
भाजपा के राष्ट्रीय महामंत्री व मुख्यालय प्रभारी अरुण सिंह ने चैंपियन को छह साल के निष्कासन का आदेश जारी किया है। खानपुर विधायक चैंपियन व झबरेड़ा विधायक देशराज कर्णवाल के बीच विवाद व अन्य अनुशासनहीनता के मामलों में प्रदेश भाजपा अध्यक्ष ने राजपुर रोड विधायक व प्रदेश महामंत्री खजान दास के संयोजकत्व में एक कमेटी गठित की थी। लिहाजा पार्टी ने अब चैंपियन के निलंबन पर फैसला किया है। चैंपियन राज्य के विवादित विधायकों में रहे हैं।चैंपियन बसपा के साथ ही कांग्रेस में भी रह चुके है। भाजपा में वह विजय बहुगुणा के नेतृत्व में शामिल हुए थे।