अब दीदी के राज्य में भी बीजेपी शुरू करने जा रही है ऑपरेशन लोटस!

By Team MyNation  |  First Published Jul 13, 2019, 6:10 PM IST

असल में ममता बनर्जी भी पश्चिम बंगाल में बीजेपी की बढ़ती ताकत को लेकर घबराई हुई हैं। क्योंकि  बीजेपी ने राज्य में 18 सीटों पर जीत हासिल की थी। जबकि टीएमसी महज 22 सीटें ही जीत पाई थी। चौंकाने वाले ये है कि टीएमसी और बीजेपी के बीच वोटों का प्रतिशत भी काफी कम हो गया है, यह महज अब तीन फीसदी है।

कर्नाटक और गोवा के बाद क्या भारतीय जनता पार्टी पश्चिम बंगाल में भी अपना ऑपरेशन लोटस शुरू करने जा रही है। अगर बीजेपी नेता के दावों पर विश्वास किया जाए तो टीएमसी के कई विधायक जल्द ही पार्टी  में शामिल हो सकते हैं। इसमें न सिर्फ टीएमसी के बल्कि कांग्रेस और वामदलों के विधायक भी शामिल होंगे। बीजेपी नेता विधायकों की जिस संख्याबल की बात कर रहे हैं अगर वो विधायक बीजेपी में शामिल होते हैं तो राज्य में ममता की सरकार गिर सकती है।

कभी ममता बनर्जी के करीबी रहे और बीजेपी नेता मुकुल रॉय ने दावा किया है कि जल्द की तृणमूल कांग्रेस के 100 से अधिक विधायक बीजेपी में शामिल हो सकते है। रॉय का कहना है कि इसके टीएसमी के विधायकों के साथ ही कांग्रेस और वामपंथी दलों के विधायक भी शामिल होंगे। रॉय का ये बयान उस वक्त आया है जब कर्नाटक मे सत्ताधारी कांग्रेस और जेडीएस सरकार पर संकट छाया हुआ है और गोवा में कांग्रेस के 15 में से 10 विधायकों ने पार्टी छोड़कर बीजेपी का दामन थाम लिया है।

असल में ममता बनर्जी भी पश्चिम बंगाल में बीजेपी की बढ़ती ताकत को लेकर घबराई हुई हैं। क्योंकि  बीजेपी ने राज्य में 18 सीटों पर जीत हासिल की थी। जबकि टीएमसी महज 22 सीटें ही जीत पाई थी। चौंकाने वाले ये है कि टीएमसी और बीजेपी के बीच वोटों का प्रतिशत भी काफी कम हो गया है, यह महज अब तीन फीसदी है।

लिहाजा कुछ दिन पहले ही ममता बनर्जी ने दांव फेंकते हुए सभी विपक्षी दलों से बीजेपी के खिलाफ एकजुट होकर चुनाव लड़ने की मांग की थी। हालांकि कांग्रेस और वामदलों ने ममता की अपील को ठुकरा दिया था। लेकिन अब मुकुल रॉय का ये बयान ममता बनर्जी की नींद उड़ा सकता है।

रॉय के दावे के मुताबिक पश्चिम बंगाल में करीब 107 विधायक बीजेपी में जल्द ही शामिल होंगे। इसमें कांग्रेस और वामदलों के विधायक भी हैं। रॉय ने कहा कि विधायकों की सूची उनके पास है और वह सभी हमारे संपर्क में हैं। गौरतलब है कि लोकसभा चुनाव के बाद राज्य के टीएमसी के कई विधायक बीजेपी में शामिल हो गए हैं। यही नहीं टीएमसी के ही 50 से ज्यादा पार्षद बीजेपी में शामिल हुए हैं। जिसके कारण कई जिलों की नगर पालिका में टीएमसी का दबदबा खत्म हो गया है।

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