छत्तीसगढ़ कांग्रेस के लिए बड़ा रण बन गया है। चुनाव परिणाम घोषित हुए पांच दिन होने के बाद कांग्रेस राज्य में मुख्यमंत्री के नाम पर फैसला नहीं कर पायी है जबकि राजस्थान और मध्य प्रदेश में मुख्यमंत्री के नाम पर कांग्रेस दुविधा में थी। जबकि छत्तीसगढ़ में कांग्रेस ने सबसे अच्छा प्रदर्शन किया है।
छत्तीसगढ़ कांग्रेस के लिए बड़ा रण बन गया है। चुनाव परिणाम घोषित हुए पांच दिन होने के बाद कांग्रेस राज्य में मुख्यमंत्री के नाम पर फैसला नहीं कर पायी है जबकि राजस्थान और मध्य प्रदेश में मुख्यमंत्री के नाम पर कांग्रेस दुविधा में थी। जबकि छत्तीसगढ़ में कांग्रेस ने सबसे अच्छा प्रदर्शन किया है।
कांग्रेस ने मध्य प्रदेश और राजस्थान में मुख्यमंत्री के नाम पर ऐलान कर दिया है। जबकि इन्हीं दो राज्यों में कांग्रेस आलाकमान का दुविधा थी। क्योंकि यहां पर दावेदारों की संख्या ज्यादा थी और दावेदार खुलकर अपनी दावेदारी कर रहे हैं। मध्य प्रदेश में कांग्रेस तो बहुमत से दो विधायक दूर थी जबकि राजस्थान में भी पार्टी का यही हाल है।
छत्तीसगढ़ में कांग्रेस ने सबसे अच्छा प्रदर्शन कर भाजपा को सत्ता से बाहर कर दिया है और उसे राज्य में 68 सीटें मिली हैं। बहरहाल मुख्यमंत्री का ऐलान करने के बाद छत्तीसगढ़ के सीएम पद पर कांग्रेस में पेच फंसा हुआ है। पार्टी राज्य प्रभारी पीएल पुनिया ने कहा कि रविवार को 12 बजे रायपुर में विधायक दल की बैठक बुलाई गई है, इस बैठक में सीएम के नाम पर अंतिम मुहर लगेगी।
आज दिल्ली में कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने मुख्यमंत्री पद के चार संभावित उम्मीदवार टीएस सिंह देव, ताम्रध्वज साहू, भूपेश बघेल और चरण दास महंत से अपने आवास पर मुलाकात की। इस बैठक में कांग्रेस के केंद्रीय पर्यवेक्षक मल्लिकार्जुन खड़गे, पार्टी के छत्तीसगढ़ मामलों के प्रभारी पीएल पूनिया भी शामिल हुए। ये भी कहा जा रहा है कि इस बैठक में यूपीए की चेयरपर्सन सोनिया गांधी और प्रियंका वाड्रा भी इसमें मौजूद थीं।
उधर राजधानी रायपुर में भूपेश बघेल सहित सीएम पद के सभी दावेदारों के घर के बाहर की सुरक्षा बढ़ा दी गई है। प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष भूपेश बघेल सीएम के प्रबल दावेदार माने जा रहे हैं। इसके अलावा टीएस सिंहदेव, ताम्रध्वज साहू और चरणदास महंत के नाम भी दावेदारों में हैं।