एक साक्षात्कार में पूर्व केंद्रीय मंत्री और कांग्रेस के दिग्गज नेता बोले, '2008 में हमारे पास ये क्षमता नहीं थी, मुझे हैरानी होगी अगर आज यह हमारे पास हो।'
सेना को लेकर विवादित बयान देने वाले कांग्रेस नेताओं में पूर्व केंद्रीय मंत्री और पार्टी के वरिष्ठ नेता पी चिदंबरम का नाम भी जुड़ गया है। एक टीवी चैनल को दिए साक्षात्कार में चिदंबरम ने कहा कि भारतीय सेना के पास अमेरिकी का तरह पाकिस्तान में घुसकर ऑपरेशन करने की क्षमता नहीं है। अमेरिकी सेना ने 9/11 के हमले के दोषी और अल कायदा के सरगना ओसामा बिन लादेन को पाकिस्तान के ऐबटाबाद में एक सैन्य कार्रवाई में मार गिराया था।
दिग्गज कांग्रेसी नेता ने इंटरव्यू के दौरान कहा, मुंबई हमले के बाद इसका मुख्य साजिशकर्ता हाफिज सईद कराची में सेफ हाउस में था। अब वह खुलेआम घूम रहा है। लेकिन हमारे पास पाकिस्तान के ऐबटाबाद में ओसामा बिल लादेन के खिलाफ हुए अमेरिकी ऑपरेशन की तरह हाफिज को टॉरगेट करने की क्षमता नहीं है। उन्होंने कहा, 'हमारे पास तब (2008 में) यह क्षमता नहीं थी और मुझे आश्चर्य होगा अगर हमारे पास आज यह हो। अगर हमने कोशिश की होती तो हम नाकाम होते और इससे एक बड़ा झटका लगता।'
हालांकि एक दिन पहले ही 'माय नेशन' को दिए एक्सक्लूसिव इंटरव्यू में सेना प्रमुख ने कहा था कि भारत में अगर 26/11 जैसा कोई हमला होता है, भारतीय फौज सरकार के आदेश पर किसी भी मिशन को अंजाम देने के लिए पूरी तरह तैयार है।
जनरल रावत ने दो टूक कहा था, '26/11 भारत पर सीमा पार से किया गया आतंकी हमला था। हमारे पास इस बात की पुख्ता सूचनाएं हैं कि इस हमले को पाकिस्तान ने करवाया था। इसे पाकिस्तान में प्रशिक्षित आतंकियों ने अंजाम दिया। हमने एक आतंकी को पकड़ा था। हमारे पास पर्याप्त सबूत हैं। अब आपका सवाल है कि हम क्या कर सकते हैं? आप जानते हैं कि इस हमले के काफी साल बाद उड़ी का हमला हुआ। इसके बाद हमने दिखाया कि हम क्या कर सकते हैं। इस तरह की कार्रवाई फिर से की जा सकती है। अगर फिर कोई ऐसी घटना हुई तो भारतीय सेना दूसरे एजेंसियों के साथ मिलकर ऐसे किसी भी मिशन को अंजाम देने के लिए तैयार है, जो सरकार की ओर से हमें दिया जाएगा।'
जब सेना प्रमुख से पूछा गया कि क्या भारत पाकिस्तान के अंदर अमेरिका जैसा ऑपरेशन कर सकता है, तो उन्होंने इसका जबाव 'हां' में दिया। उन्होंने कहा, 'मैं आपको बता दूं कि हमारे पास पूरी क्षमता है। लेकिन दोषियों को सजा देने के दूसरे भी तरीके हैं। अगर आप यह देखें कि अंतरराष्ट्रीय कूटनीति कैसे काम कर रही है। अगर पाकिस्तान को न सिर्फ अमेरिका बल्कि दूसरे देशों से भी आज दिक्कत हो रही है, इसका अर्थ यह है कि हम जो दूसरी तरह से हासिल करना चाहते थे, उसे हासिल कर पाए हैं। राजनीति और कूटनीति अपना काम सही दिशा में कर रही हैं। हम वही उद्देश्य हासिल करने में सफल रहे हैं। पाकिस्तान आज अलग-थलग पड़ गया है। हां, हम अभी 26/11 के दोषियों को सजा नहीं दे पाए हैं, लेकिन उन तक पहुंचने के प्रयास जारी हैं।'
पूर्व में कांग्रेस के कई नेता सेना और सेना प्रमुख पर विवादित बयान दे चुके हैं। उड़ी हमले के बाद पीओके में हुई सेना की सर्जिकल स्ट्राइक को कांग्रेस के मुंबई अध्यक्ष संजय निरुपम ने 'फर्जी' कह दिया था। वहीं कांग्रेस के पूर्व सांसद संदीप दीक्षित ने सेना प्रमुख के लिए 'सड़क छाप गुंडा' जैसे आपत्तिजनक शब्दों का इस्तेमाल किया।
सेना प्रमुख का जोरदार जवाब