पुलिस के मुताबिक युवक को आइसोलेशन वार्ड में रखा गया था और कहा जा रहा है कि वह कोरोना संक्रमित है। हालांकि युवक में वायरस की पुष्टि नहीं हुई और उसकी जांच की गई थी। इस युवक को एयरपोर्ट से अस्पताल में सीधे भर्ती कराया था।
नई दिल्ली। पिछले दिनों जिस कथित कोरोना वायरस के संक्रमित मरीज ने सफदरजंग अस्पताल की सातवीं मंजिल से कूदकर आत्महत्या की थी अब उसकी रिपोर्ट नेगेटिव निकली है। इस युवक ने कोरोना वायरस होने के डर से अस्पताल से कूद कर जान दे दी थी। युवक ने 18 मार्च को खुदकुशी कर ली थी। हालांकि इस उम्र के लिए अलग अलग दावे किए जा रहे हैं पुलिस का कहना है उसी उम्र 35 वर्ष है जबकि स्वास्थ्य मंत्रालय 23 वर्ष बता रहा है।
पुलिस के मुताबिक युवक को आइसोलेशन वार्ड में रखा गया था और कहा जा रहा है कि वह कोरोना संक्रमित है। हालांकि युवक में वायरस की पुष्टि नहीं हुई और उसकी जांच की गई थी। इस युवक को एयरपोर्ट से अस्पताल में सीधे भर्ती कराया था। वह विदेश से लौटा था और नियमों के मुताबिक विदेशों से लौट रहे सभी लोगों को आइसोलेशन में रखा जा रहा था और इसकी के तहत इस युवक को भी आइसोलेशन में रखा गया था। लेकिन भर्ती होने के बाद वह खौफ में था और उसे डर लग रहा था कि वह कोरोना संक्रमित है। हालांकि विदेश से लौट रहे सभी लोग कोरोना संक्रमित नहीं है। लेकिन बचाव के लिए उन्हें आइसोलेशन वार्ड में रखा जा रहा है। लेकिन युवक ने आइसोलेशन वार्ड को जबरन खोला और इमारत से छलांग लगा दी।
आस्ट्रेलिया से लौटा युवक
जानकारी के मुताबिक यह युवक 18 मार्च को दिल्ली लौटा था और एयरपोर्ट से उसे सीधे आइसोलेशन में रख दिया गया था। वह पिछले एक साल से ऑस्ट्रेलिया के सिडनी शहर में रह रहा था। हवाईअड्डे पर उसने अफसरों से सिरदर्द की शिकायत की थी। जहां से उसे सफदरजंग अस्पताल भेज दिया गया था और उसकी जांच चल रही थी। हालांकि जब डाक्टर इस मरीज को देखने पहुंचे तो वह वहां से गायब था। लेकिन उसनें वार्ड का दरवाजा खोलकर आत्महत्या कर ली थी। इसके बाद अस्पताल से निकल रहे एक डॉक्टर ने रात में इस युवक का शव पड़े देखा।
बढ़ रही है मरीजों की संख्या
देशभर में कोरोना वायरस से संक्रमित मरीजों की संख्या लगातार बढ़ रही है। अब तक देश में कोरोना वायरस के 873 मामले सामने आ चुके हैं। वहीं मरने वालों की संख्या 19 पहुंच गई है। वहीं देश में 67 मरीज ठीक हो चुके हैं।