एक्सक्लूसिव: मोदी कैबिनेट के विस्तार का आज से काउंटडाउन शुरू, कुछ चौंकाने वाले नाम आएंगे सामने

By Harish Tiwari  |  First Published Aug 15, 2020, 1:12 PM IST

जानकारी के मुताबिक आज के बाद कभी भी केन्द्र की नरेन्द्र मोदी सरकार के अपने दूसरे कार्यकाल का पहला कैबिनेट विस्तार कर सकती है।  इसके लिए पार्टी में मंथन चल रहा है। वहीं भाजपा की नजर इस साल होने वाले बिहार चुनाव और अगले साल होने वाले पश्चिम बंगाल के उपचुनावों पर है।  

नई दिल्ली।  केन्द्र में नरेन्द्र मोदी सरकार के  कैबिनेट विस्तार के लिए आज से काउंटडाउन  शुरू हो गया है। माना जा रहा है कि ये मानसून सत्र से पहले हो सकता है। इस विस्तार में कुछ ऐसे नाम भी शामिल होंगे, जो चौंकाने वाले हो सकते हैं।  वहीं कुछ मंत्रालयों में नौकरशाहों और अपने अपने क्षेत्र के विशेषज्ञों को शामिल किया जा सकता है। वहीं बिहार और पश्चिम बंगाल में होने वाले चुनाव को देखते हुए इन दो राज्यों की कैबिनेट विस्तार में लॉटरी लग सकती है। जबकि मध्य प्रदेश से कांग्रेस छोड़कर भाजपा में आए ज्योतिरादित्य सिंधिया का कैबिनेट में शामिल होना लगभग तय माना जा रहा है।

जानकारी के मुताबिक आज के बाद कभी भी केन्द्र की नरेन्द्र मोदी सरकार के अपने दूसरे कार्यकाल का पहला कैबिनेट विस्तार कर सकती है।  इसके लिए पार्टी में मंथन चल रहा है। वहीं भाजपा की नजर इस साल होने वाले बिहार चुनाव और अगले साल होने वाले पश्चिम बंगाल के उपचुनावों पर है।  इसके साथ ही मध्य  प्रदेश में  उपचुनावों को देखते हुए पार्टी कैबिनेट में इन  राज्यों के नेताओं  को  तरजीह देगी। वहीं बताया जा रहा है कि कैबिनेट विस्तार के साथ ही भाजपा के नए अध्यक्ष जेपी नड्डा अगले हफ्ते कभी भी अपनी नई टीम की घोषणा कर सकते हैं।  जो जानकारी सामने आ रही है उसके मुताबिक संसद के मानसून सत्र से पहले  कैबिनेट विस्तार कर लिया जाएगा। गौरतलब है कि कोरोना संकटकाल में मानसून सत्र सितंबर के पहले सप्ताह में प्रस्तावित है। वहीं भाजपा ने केंद्रीय संगठन की नई टीम की सूची तैयार कर ली है और कैबिनेट विस्तार के बाद से ही सभी को नई जिम्मेदारी दी जाएगी। ये भी माना जा रहा है कि मौजूदा कैबिनेट से कुछ चेहरों संगठन में भेजा जा सकता है और कुछ नए चेहरों को जगह देने की तैयारी थी।

सामने आएंगे चौकाने वाले नाम

सूत्रों के मुताबिक जिस तरह से पिछले सरकार सरकार बनने के वक्त एस जयशंकर को कैबिनेट मंत्री नियुक्त कर विदेश मंत्रालय दिया गया था। इस बार भी कुछ विशेषज्ञों और नौकरशाहों को कैबिनेट में  शामिल किया जा सकता है। वहीं पार्टी में मीडिया से जुड़े  एक व्यक्ति को भी कैबिनेट में शामिल किए जाने की चर्चा है। इसके साथ ही गांवों से जुड़े विभागों में भी कुछ विशेषज्ञों को शामिल किया जा सकता है। जिनका इस क्षेत्र में अनुभव हो। माना जा रहा है कि इसके लिए कुछ नौकरशाही भी कतार में हैं।  कम से कम दो मंत्रालयों में इन विशेषज्ञों और नौकरशाह को मोदी सरकार कैबिनेट में शामिल कर सकती है।

मध्य प्रदेश, बिहार, पश्चिम बंगाल और केरल से लग सकती है लॉटरी

जानकारी के मुताबिक कैबिनेट विस्तार में मध्य प्रदेश, केरल और पश्चिम बंगाल के नेताओं की लॉटरी लग सकती है। क्योंकि तीन राज्यों में इस साल और अगले साल विधानसभा चुनाव होने हैं। वहीं मध्य प्रदेश में उपचुनाव होने हैं और इन उपचुनावों के जरिए भाजपा सत्ता में रहने का गणित अपने पास रखेगी। राज्य में 27 सीटों पर उपचुनाव होने हैं। वहीं केरल में भाजपा खुद को मजबूत करने के लिए राज्य से जुड़े किसी नेता को कैबिनेट में जगह दे सकती है।  क्योंकि राज्य में अगले साल विधानसभा चुनाव होने हैं।

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