चुनाव आयोग ने दिल्ली विधानसभा चुनाव के लिए चुनाव की तैयारियां पूरी कर ली है।महाराष्ट्र की तर्ज पर ही केवल 15 चुनावों के भीतर चुनाव कराकर परिणाम घोषित किए जा सकते हैं। हालांकि चुनाव बोर्ड परीक्षा से पहले चुनाव कराने के पक्ष में है। क्योंकि चुनाव के दौरान माध्यमिक शिक्षा परिषद के स्कूलों का इस्तेमाल किया जाता है।
नई दिल्ली। दिल्ली में विधानसभा चुनाव की घोषणा अगले साल की शुरूआत में कभी हो सकती है। चुनाव आयोग ने दिल्ली विधानसभा के लिए चुनाव की तैयारियां पूरी कर रही है और जल्द ही चुनाव की घोषणा हो सकती हैं। हालांकि राजनैतिक दलों चुनाव की तैयारियों में जुट गए हैं। हालांकि माना जा रहा कि चुनाव आयोग बोर्ड की परीक्षाओं से पहले चुनाव करा सकता है।
चुनाव आयोग ने दिल्ली विधानसभा चुनाव के लिए चुनाव की तैयारियां पूरी कर ली है।महाराष्ट्र की तर्ज पर ही केवल 15 चुनावों के भीतर चुनाव कराकर परिणाम घोषित किए जा सकते हैं। हालांकि चुनाव बोर्ड परीक्षा से पहले चुनाव कराने के पक्ष में है। क्योंकि चुनाव के दौरान माध्यमिक शिक्षा परिषद के स्कूलों का इस्तेमाल किया जाता है। जबकि चुनाव संपन्न कराने के लिए ज्यादा दिनों की जरूरत नहीं है, जबकि परीक्षाएं ज्यादा दिनों तक चलती हैं। बोर्ड के नियमों के जिन स्कूलों को मतदान केंद्रों बनाया जाता है उन्हें चार दिन पहले स्कूल प्रबंधन को वापस सौंपा जाना जरूरी होता है।
हालांकि चुनाव आयोग की बैठक में दिल्ली पुलिस ने साफ किया है कि दिल्ली में कानून व्यवस्था पूरी तरह से कंट्रोल में है और राजधानी में शांति है। गौरतलब है कि दिल्ली की केजरीवाल सरकार का कार्यकाल 22 फरवरी को समाप्त हो रहा है और इससे पहले विधानसभा का गठन किया जाना अनिवार्य है। हालांकि राज्य में चुनाव की आहट को देखते हुए राजनैतिक दलों ने भी चुनाव की तैयारियां कर दी हैं। चुनाव आयोग 11 फरवरी से पहले कभी भी दिल्ली विधानसभा के चुनाव संपन्न करा सकता है।
दिल्ली फतह के लिए होगा कड़ा मुकाबला
दिल्ली विधानसभा के लिए कड़ा मुकाबला होने की उम्मीद की जा रही है। राज्य में अभी आम आदमी पार्टी की सरकार है। जिसके राज्य में 67 विधायक हैं। पिछले विधानसभा चुनाव में आप ने 70 में 67 सीटें जीती थी जबकि कांग्रेस का खाता भी नहीं खुला था।