रेड्डी अभी रक्षा मंत्री के वैज्ञानिक सलाहकार के पद पर हैं। इसके अलावा वह डीआरडीओ की सामरिक मिसाइल प्रणाली इकाई के भी प्रमुख हैं। यानी वह अग्नि सीरीज की मिसाइलों और देश की दूसरी परमाणु क्षमता वाली मिसाइल प्रणालियों का विकास करने वाली इकाई के इंचार्ज हैं।
सरकार ने एक महत्वपूर्ण फैसले में प्रख्यात मिसाइल वैज्ञानिक जी सतीश रेड्डी को देश के प्रमुख रक्षा संस्थान रक्षा अनुसंधान एवं विकास संगठन (डीआरडीओ) का नया प्रमुख नियुक्त कर दिया है। यह पद तीन महीने से खाली था।
रेड्डी अभी रक्षा मंत्री के वैज्ञानिक सलाहकार के पद पर हैं। इसके अलावा वह डीआरडीओ की सामरिक मिसाइल प्रणाली इकाई के भी प्रमुख हैं। यानी वह अग्नि सीरीज की मिसाइलों और देश की दूसरी परमाणु क्षमता वाली मिसाइल प्रणालियों का विकास करने वाली इकाई के इंचार्ज हैं।
सरकार की ओर से जारी नियुक्ति पत्र के अनुसार, 'कैबिनेट की नियुक्त समिति ने रक्षा मंत्री के वैज्ञानिक सलाहकार डा. जी सतीश रेड्डी को डीआरडीओ का सचिव एवं चेयरमैन बनाने को मंजूरी दे दी है। उनका कार्यकाल पदभार संभालने की तारीख से दो साल की अवधि अथवा अगले आदेश तक होगा।
रेड्डी काफी समय से लंबी दूरी की मिसाइलों के क्षेत्र में काम कर रहे हैं। भारतीय मिसाइल प्रणाली के लिए अहम तकनीक विकसित करने का श्रेय उन्हें जाता है। इसके चलते देश को पिछले कई साल में करोड़ों डॉलर की बचत हुई है।
आकाश हवाई रक्षा प्रणाली, नाग टैंक रोधी गाइडेड मिसाइल प्रणाली और हेलीना मिसाइल जैसी परियोजनाओं को आगे बढ़ाने में भी उनकी भूमिका अहम रही है। इसके अलावा उन्होंने क्विक रिएक्शन सरफेस टू एयर मिसाइल सिस्टम और एक नई बैलेस्टिक मिसाइल के विकास परियोजना पर भी काम किया है।