कामाख्या मंदिर में देशद्रोही नारा लगाने वाला गिरफ्तार

By Hemanta Kumar NathFirst Published Feb 20, 2019, 4:26 PM IST
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असम पुलिस ने सोशल मीडिया पर पाकिस्तान के पक्ष में प्रचार करने के आरोप में पांच लोगों को गिरफ्तार किया है। राज्य के वित्त मंत्री हेमंता विस्व सरमा का कहना है कि असम को दूसरा कश्मीर नहीं बनने दिया जाएगा। 

गुवाहाटी: ऐसे वक्त में जहां पुलवामा हमले के बाद से पूरे देश में अफरा तफरी मची हुई है। वहीं एक युवक ने मंगलवार को असम के गुवाहाटी में स्थित प्रसिद्ध कामाख्या मंदिर में ‘पाकिस्तान जिंदाबाद’ का लगा दिया। 

यहां आने वाले यात्रियों ने मनोज सिन्हा नाम के युवक को तब पकड़ा, जब वह कामाख्या मंदिर में ‘पाकिस्तान जिंदाबाद’ का नारा लगा रहा था। बाद में आरोपी को पुलिस के हवाले कर दिया गया। 

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पुलिस ने इस बारे में बताया कि ‘हमें जानकारी मिली की कुछ स्थानीय लोगों ने एक युवक को ‘पाकिस्तान जिंदाबाद’ का नारा लगाते हुए पकड़ा है। हमारी पुलिस टीम मौके पर पहुंची और उस युवक को हिरासत में ले लिया। लोगों का यह भी कहना था कि यह शख्स देश के खिलाफ अनर्गल बातें कह रहा था। इस मामले में पुलिस कार्रवाई कर रही है।’

इस बीच असम पुलिस ने पांच और ऐसे लोगों को गिरफ्तार किया है जो पाकिस्तान के पक्ष में सोशल मीडिया पर प्रचार कर रहे थे। पुलिस ने तिनसुकिया जिले के लीडो कॉलेज के छात्रों को इस जुर्म में गिरफ्तार किया है। 

पुलिस ने ठीक ऐसे ही मामले में मोहम्मद हाफिजुर रहमान उर्फ सनी, करीमुल आलम, रियाजुल हक और सैकुल आलम को भी तिनसुकिया और दारांग जिले से गिरफ्तार किया है। 

इन देशद्रोही नारों पर असम से वित्त मंत्री हेमंत बिस्व सरमा ने मंगलवार को कहा कि देशविरोधी भावनाओं का प्रसार नहीं होने दिया जाएगा। 

‘सरकार स्थितियों पर नजर रख रही है और देशविरोधी मानसिकता को प्रसारित नहीं होने दिया जाएगा। सरकार यह सुनिश्चित करेगी कि असम किसी भी कीमत पर कश्मीर न बन जाए। हाल ही में असम में कुछ रोहिंग्या मुसमानों के बारे में खबर मिली है। रोहिंग्या असम के कई हिस्सों में घुस आए हैं। राज्य सरकार ने पुलिस को आदेश दिया है कि इस मामले मे जरुरी कदम उठाए। एक चरमपंथी संगठन असम में रोहिंग्या मुसलमानों को सुरक्षित ठिकाना प्रदान कर रहा है।’

अभी दो ही दिन पहले गुवाहाटी में एक एक प्रोफेसर को पुलवामा हमलों के बाद सुरक्षा बलों को अपमानित करती हुई पोस्ट लिखने के आरोप में गिरफ्तार किया गया था। 

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