सुप्रीम कोर्ट ने दस विधायकों के इस्तीफों की मंजूरी के लिए मंगलवार तक का समय राज्य के विधानसभा अध्यक्ष को दिया है। लेकिन इसी बीच पांच और बागी विधायकों ने उनके इस्तीफे स्वीकार करने के लिए सुप्रीम कोर्ट का रूख किया है। पहले दस विधायकों ने सुप्रीम कोर्ट का दरवाजा खटखटाया था।
कर्नाटक के सत्तारूढ़ कांग्रेस-जद(एस) गठबंधन को फिर एक बड़ा झटका बागी विधायकों ने दिया है। आज पांच विधायकों ने अपने इस्तीफे के लिए सुप्रीम कोर्ट का दरवाजा खटखटाया। ये पांच बागी विधायक हैं उन्हें 16 विधायकों में से हैं। जिन्होंने राज्य की विधानसभा से इस्तीफा दे दिया है।
फिलहाल सुप्रीम कोर्ट ने दस विधायकों के इस्तीफों की मंजूरी के लिए मंगलवार तक का समय राज्य के विधानसभा अध्यक्ष को दिया है। लेकिन इसी बीच पांच और बागी विधायकों ने उनके इस्तीफे स्वीकार करने के लिए सुप्रीम कोर्ट का रूख किया है। पहले दस विधायकों ने सुप्रीम कोर्ट का दरवाजा खटखटाया था।
अभी उन विधायकों के इस्तीफों के लिए अंतिम निर्णय विधानसभा अध्यक्ष ने नहीं लिया है। लेकिन अब इन पांच विधायकों के सुप्रीम कोर्ट जाने के बाद विधानसभा अध्यक्ष पर दबाव बन गया है। क्योंकि कुमारस्वामी सरकार इन पांच विधायकों को मनाने का प्रयास कर रही थी। इसमें वरिष्ठ विधायक रोशन बेग भी हैं। जिनको मनाने के प्रयास किए जा रहे थे।
आज जिन पांच विधायकों ने सुप्रीम कोर्ट का दरवाजा खटखटाया है उनमें आनंद सिंह, के. सुधाकर, एन. नागराज, मुनिरत्न और रोशन बेग हैं। विधायकों ने सुप्रीम कोर्ट में जो याचिका दाखिल की है, उसमें उन्होंने कहा कि दस विधायकों की याचिका में उनकी याचिका भी शामिल कर ली जाए। दस विधायकों की याचिका पर मंगलवार को सुनवाई होगी।
फिलहाल राज्य में मानसून सत्र चल रहा है और बीजेपी नेता बीएस येदियुरप्पा ने कहा कि वह सोमवार को सदन में फ्लोर टेस्ट के लिए विधानसभा अध्यक्ष पर दबाव बनाएंगे। जबकि राज्य के मुख्यमंत्री एचडी कुमारस्वामी कह चुके हैं कि वह बहुमत साबित करने को तैयार हैं।
असल में आज कांग्रेस नेता शिवकुमार ने बागी नेता नागराज से मुलाकात थी और उन्होंने बाद में सकेत दिए कि वह अपने इस्तीफे पर पुनर्विचार कर सकते हैं। गौरतलब है कि राज्य में आए सियासी संकट को अब एक सप्ताह से ज्यादा हो गया है।