मंदिरों के बंद रहने से सरकार हुई कंगाल, जानें कर्नाटक सरकार को कितना हुआ नुकसान

By Team MyNationFirst Published Jun 2, 2020, 12:11 PM IST
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 केन्द्र  सरकार के दिशानिर्देशों के बाद अब राज्य में आठ जून से मंदिरों को फिर खोला जाएगा।  हालांकि राज्य सरकार ने पहले सोमवार से मंदिरों को खोलने की अनुमति दी थी। लेकिन बाद में राज्य सरकार ने अपना फैसला वापस ले लिया है।

नई दिल्ली। कोरोना लॉकडाउन के कारण न केवल उद्योग जगत को बढ़ा नुकसान उठाना पड़ा वहीं मंदिरों को कमाई पर भी जबरदस्त गिरावट आई है। कर्नाटक में लॉकडाउन के दौरान बंद रहे मंदिरों के कारण सरकार को 6 सौ करोड़ रुपये का नुकसान हुआ है। राज्य के मुजराई विभाग के तहत आने वाले मंदिरों के राजस्व को में लॉकडाउन के दौरान 600 करोड़ रुपये की कमी आयी है।

राज्य के मुजराई मंत्री कोटा श्रीनिवास पुजारी के मुताबिक कोरोना लॉकडाउन के तहत राज्य में मंदिरों को होने वाली कमाई में 35 फीसदी तक की गिरावट आयी है। राज्य में मुजराई विभाग जिसके तहत हिंदू धार्मिक संस्थानों और मंदिर आते है को 6 सौ करोड़ रुपये का नुकसान हुआ है। इस विभाग के तहत राज्य  के 300 मंदिर आते हैं और सरकार का कहना है कि कोरोना लॉकडाउन के तहत इसमें  35 फीसदी का नुकसान हुआ है। केन्द्र  सरकार के दिशानिर्देशों के बाद अब राज्य में आठ जून से मंदिरों को फिर खोला जाएगा।  हालांकि राज्य सरकार ने पहले सोमवार से मंदिरों को खोलने की अनुमति दी थी। लेकिन बाद में राज्य सरकार ने अपना फैसला वापस ले लिया है।

बालाजी मंदिर को भी हुआ करोड़ नुकसान

देश के सबसे अमीर मंदिर तिरुपति बालाजी मंदिर पर भी कोरोना लॉकडाउन का असर पड़ा था। मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक मंदिर के बंद होने प्रबंधन को करोड़ों रुपये का नुकसान हुआ था। वहीं मंदिर के बंद होने से मंदिर में कार्यरत 1300 कॉन्ट्रैक्ट कर्मचारियों को निकाल दिया गया था। क्योंकि कर्मचारियों का 30 अप्रैल को करार खत्म हो गया था और प्रबंधन ने 1 मई से करार रिन्यू करने से मना कर दिया था।

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