मोहन भागवत ने एक बार फिर राम मंदिर को लेकर बयान दिया है। संघ प्रमुख ने कहा कि मंदिर निर्माण को लेकर अब धैर्य का समय अब खत्म हो गया है। अगर उत्तर प्रदेश के अयोध्या में राम मंदिर निर्माण का मामला उच्चतम न्यायालय की प्राथमिकता में नहीं है तो मंदिर निर्माण कार्य के लिए कानून लाना चाहिए।
नागपुर—अयोध्या में राम मंदिर को लेकर जारी घमासान के बीच राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) प्रमुख मोहन भागवत ने एक बार फिर राम मंदिर को लेकर बयान दिया है।
संघ प्रमुख ने कहा कि मंदिर निर्माण को लेकर अब धैर्य का समय अब खत्म हो गया है। अगर उत्तर प्रदेश के अयोध्या में राम मंदिर निर्माण का मामला उच्चतम न्यायालय की प्राथमिकता में नहीं है तो मंदिर निर्माण कार्य के लिए कानून लाना चाहिए।
राम मंदिर निर्माण के मुद्दे पर यहां विश्व हिंदू परिषद (विहिप) की ओर से आयोजित एक रैली में भागवत ने कहा कि यह ‘‘आंदोलन का निर्णायक चरण’’ है।
उन्होंने कहा, ‘‘एक साल पहले मैंने स्वयं कहा था कि धैर्य रखें। अब मैं ही कह रहा हूं कि धैर्य से काम नहीं होगा। अब हमें लोगों को एकजुट करने की जरूरत है। अब हमें कानून की मांग करनी चाहिए।’’
भागवत ने कहा, ‘‘चाहे जो भी कारण हो क्योंकि अदालत के पास समय नहीं है या राम मंदिर मामला उनकी प्राथमिकता में नहीं है अथवा संभवत: वह समाज की संवेदनशीलता को नहीं समझ पा रही है। ऐसे में
सरकार को चाहिए कि वह इस बारे में विचारे कि मंदिर निर्माण के लिये कैसे एक कानून लाया जाए कानून जल्द से जल्द लाया जाना चाहिए।’’ उन्होंने कहा, ‘‘अब यह आंदोलन का निर्णायक चरण है।’’