गुजरात एटीएस को मिली बड़ी कामयाबी, कमलेश तिवारी के हत्यारे गुजरात-राजस्थान बॉर्डर से गिरफ्तार

By Team MyNation  |  First Published Oct 23, 2019, 6:28 AM IST

पिछले शुक्रवार को लखनऊ के नाका इलाके में हिंदू समाज पार्टी के नेता कमलेश तिवारी की हत्या कर दी गई थी। ये दोनों हत्यारे गुजरात के सूरत से लखनऊ आए थे और कमलेश तिवारी के घर पर ही इन दोनों हत्यारों ने उनकी हत्या कर दी थी। इसके बाद ये फरार हो गए थे। इन दोनों की गिरफ्तार के लिए यूपी पुलिस कई राज्यों में हाथपैर मार रही थी।

नई दिल्ली। हिंदू समाज पार्टी के अध्यक्ष कमलेश तिवारी के हत्यारों को गुजरात एटीएस ने गुजरात राजस्थान बार्डर से गिरफ्तार कर लिया है। ये दोनों हत्यारे गुजरात में घुसने की कोशिश में थे। तभी गुजरात एटीएस ने इन दोनों को गिरफ्तार कर लिया है। ये गुजरात एटीएस के लिए बड़ी कामयाबी मानी जा रही है। जबकि यूपी पुलिस इन दोनों  हत्यारों को यूपी और नेपाल बार्डर में खोज रही थी।

पिछले शुक्रवार को लखनऊ के नाका इलाके में हिंदू समाज पार्टी के नेता कमलेश तिवारी की हत्या कर दी गई थी। ये दोनों हत्यारे गुजरात के सूरत से लखनऊ आए थे और कमलेश तिवारी के घर पर ही इन दोनों हत्यारों ने उनकी हत्या कर दी थी। इसके बाद ये फरार हो गए थे। इन दोनों की गिरफ्तार के लिए यूपी पुलिस कई राज्यों में हाथपैर मार रही थी। लेकिन इन दोनों को गुजरात राजस्थान बॉर्डर से गिरफ्तार कर लिया गया है। जिसके बाद पुलिस ने राहत की सांस ली है।

हालांकि इस हत्या की साजिश में शामिल तीन लोगों को पहले ही गुजरात एटीएस ने गिरफ्तार कर लिया था। जबकि यूपी में भी दो मौलानाओं को गिरफ्तार किया गया है। फिलहाल तीन साजिशकर्ताओं को यूपी पुलिस लखनऊ लेकर आई है और इनसे पूछताछ की जा रही है। गुजरात एटीएस के मुताबिक कमलेश तिवारी के हत्यारे अशफाक और मोइनुद्दीन को गुजरात और राजस्थान के बॉर्डर से गिरफ्तार किया। एटीसी को अपने सूत्रों से पुख्ता जानकारी मिली थी कि हत्यारे  गुजरात आ सकते हैं और इसके लिए एटीएस ने जाल बिछाया थाऔर फिर इन्हें श्यामला जी इलाके से गिफ्तार किया है।

इन दोनों हत्यारों पर दो दिन पहले ही यूपी पुलिस ने पांच लाख रुपये का इनाम रखा था। गुजरात एटीएस का कहना है कि जल्द ही कानूनी प्रक्रिया का पालन करने के बाद इन्हें उत्तर प्रदेश पुलिस को सौंप दिया जाएगा। ताकि पुलिस इनसे पूछताछ कर सके।  हालांकि यूपी पुलिस ने इन दोनों की तलाश के लिए 6 टीमें बनाई गईं थीं जो दिल्ली, लखनऊ, सूरत, शाहजहांपुर समेत कई शहरों लगातार छापेमारी कर रही थीं। हालांकि यूपी पुलिस ने जांच का दायरा बढ़ा दिया है। क्योंकि माना जा रहा है कि इन दोनों को स्थानीय स्तर पर मदद मिली होगी।

लिहाजा इस हत्याकांड में यूपी पुलिस आतंकी संगठनों को ध्यान में रखकर जांच कर रही है। गौरतलब है कि शुक्रवार को कमलेश तिवारी की हत्या कर ये दोनों हत्यारे भाग गए थे। लखनऊ में ये दोनों खालसा इन होटल में रुके थे। जहां पर इन हत्यारों के खून से सन कपड़े, चाकू, बैग, लोअर, लाल रंग का कुर्ता, भगवा रंग का कुर्ता, जिओ मोबाइल का नया बॉक्स, शेविंग किट, चश्मे का बॉक्स मिला था। पुलिस को होटल के कमरे में कुर्ते के साथ साथ होटल में मिली तौलिया पर भी खून के निशान मिले थे।

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