कंपनी ने स्टॉक एक्सचेंजों को बताया कि उसके द्वारा जारी किए गये बयान का कुछ ही हिस्सा निवेशकों तक पहुंचाया गया है। कंपनी द्वारा जारी बयान के मुताबिक वह कई महीनों से संकट में है लेकिन उसने हर दबाव को झेला और मजबूती से मुश्किलों का सामना कर रही है। सितंबर 2018 से कंपनी ने 41,800 करोड़ रुपये के लोन भी अदा किए हैं। कंपनी को जो घाटा हुआ वह प्रोविजनिंग बढ़ने और डिस्बर्समेंट में सुस्ती आने से हुआ है।
नई दिल्ली. भारत की सबसे बड़ी हाउसिंग फाइनेंस कंपनियों में से एक दीवान हाउसिंग फाइनेंस कॉर्प लिमिटेड को 2018-19 की तिमाही में 2, 223 करोड़ का घाटा हुआ है। कंपनी का कहना है- ''फाइनेंशियल कंडिशन इतनी खराब हो गई है कि अब कंपनी का संचालन करना मुश्किल हो गया है।'' डीएचएफल के चैयरमेन और मैनेजिंग डायरेक्टर कपिल वाधवन के मुताबिक, मौजूदा हालात को देखते हुए कंपनी के आगे चलने पर संदेह है। कंपनी भारी आर्थिक संकट से गुजर रही है। कंपनी फंड नहीं जुटा पा रही है। कोई नए कर्ज की राशि जारी न होने से बिजनेस में ठहराव आ गया है।
बता दें, कंपनी पिछले वित्त वर्ष के दूसरे छिमाही से ही संकट में फंसी है। कंपनी लगातार वित्तीय संकट का झेल रही है। साल 2018-19 में भी कंपनी को 3280 करोड़ की अतिरिक्त प्रोविजनिंग करनी पड़ी थी। कंपनी पर दिसंबर के अंत तक एक लाख करोड़ रुपए बकाया थे। इसमें 38 प्रतिशत बैंकों का है। एसबीआई का बकाया सबसे ज्यादा है।
यह तरीका अपना सकती है कंपनी
डीएचएफएल के प्रमोटर प्राइवेट इक्विटी कंपनियों के साथ बातचीत में है। उन्हें उम्मीद है कि वह अपनी 50 परसेंट की होल्डिंग बेचकर एक अरब डॉलर जुटा लेंगे। फिलहाल कंपनी के प्रमोटर वाधवान परिवार के पास वर्तमान में 40 प्रतिशत की हिस्सेदारी है।
कंपनी ने जारी किया यह बयान
कंपनी ने स्टॉक एक्सचेंजों को बताया कि उसके द्वारा जारी किए गये बयान का कुछ ही हिस्सा निवेशकों तक पहुंचाया गया है। मीडिया को चाहिए कि कंपनी का पूरा स्टेटमेंट पढ़ा जाए ताकि तथ्यात्मक बातें सामने आएं, न कि मामले को सनसनीखेज बनाकर पेश किया जाए।
कंपनी ने बताया कि कंपनी कई महीनों से संकट में है लेकिन उसने हर दबाव को झेला और मजबूती से मुश्किलों का सामना कर रही है। सितंबर 2018 से कंपनी ने 41,800 करोड़ रुपये के लोन भी अदा किए हैं। कंपनी को जो घाटा हुआ वह प्रोविजनिंग बढ़ने और डिस्बर्समेंट में सुस्ती आने से हुआ है।
लगातार गिर रहे हैं कंपनी के शेयर
लेकिन कंपनी के इस स्पष्टीकरण के बावजूद सोमवार को मार्केट खुलने के साथ इसके शेयर 32 पर्सेंट तक गिर गए जो इसके शेयरों में अब तक की बड़ी गिरावट मानी जा रही है। सोमवार को बीएसई पर डीएचएफएल के शेयर 32 पर्सेंट की गिरावट के साथ 46.70 रुपये पर कारोबार करते देखे गए, वहीं निफ्टी पर भी शेयर में 30 पर्सेंट के आसपास की गिरावट देखी गई। कारोबार के दौरान 2:15 पर कंपनी के शेयर 28.83 पर्सेंट की गिरावट के साथ 48.90 पर कारोबार कर रहे थे जबकि बीएसई पर 28.63% नीचे 48.85 रुपये पर थे।