राज्य के स्वास्थ्य विभाग के मुताबिक राज्य में अब तक 36,637 मरीज स्वस्थ हो चुके हैं। जबकि राज्य में लगातार कोरोना संक्रमण के मामले सामने आ रहे हैं। राज्य में रविवार को ही कोरोना वायरस संक्रमण के 2,762 नए मामले दर्ज हुए हैं और इसके बाद राज्य में राज्य में संक्रमितों की कुल संख्या 57,270 तक पहुंच गई।
पटना। बिहार में कोरोना के मामलों में कमी नहीं आ रही है और राज्य में पिछले 24 घंटे में कोरोना के 2762 मरीज आए सामने हैं और इसके बाद राज्य में संक्रमितों की संख्या 57 हजार के पार हो गई है। वहीं अब राज्य में कोरोना संक्रमण की रिवकरी दर 63.97 फीसदी है, जो राष्ट्रीय दर से कम है। वहीं राज्य में पिछले 24 घंटे में कोरोना संक्रमण से 10 और मरीजों की मौत हो गई है और इसके बाद राजा्य में मृतकों की संख्या बढ़कर 322 हो गई है।
राज्य के स्वास्थ्य विभाग के मुताबिक राज्य में अब तक 36,637 मरीज स्वस्थ हो चुके हैं। जबकि राज्य में लगातार कोरोना संक्रमण के मामले सामने आ रहे हैं। राज्य में रविवार को ही कोरोना वायरस संक्रमण के 2,762 नए मामले दर्ज हुए हैं और इसके बाद राज्य में राज्य में संक्रमितों की कुल संख्या 57,270 तक पहुंच गई। वहीं राज्य में पिछले 24 घंटे में कोरोना संक्रमण से 10 और मरीजों की मौत हुई है और इसके बाद राज्य में संक्रमण से मरने वालों की संख्या बढ़कर 322 हो गई है।
हालांकि राज्य में पिछले दिन जिन 10 लोगों की मौत कोरोना संक्रमण से हुई है उसमें कैमूर में तीन, रोहतास में दो जबकि पटना, बक्सर, गया, सारण और सुपौल में एक-एक कोरोना संक्रमित शामिल है। स्वास्थ्य विभाग का कहना है कि पिछले पांच दिनों में कोरोना की जांच की संख्या दोगुनी हुई है। राज्य में अब तक 6.12 लाख नमूनों की जांच की जा चुकी है और राज्य में संक्रमितों के स्वस्थ होने की दर 63.97 फीसदी है। जो राष्ट्रीय दर की तुलना में कम है।विभाग का दावा है कि अब तक राज्य में 36,637 मरीज स्वस्थ हो चुके हैं जबकि 20,311 मरीजों का इलाज चल रहा है।
लालू के समधी हुए संक्रमित
राज्य में कोरोना का संक्रमण राज्य की पूर्व मुख्यमंत्री राबड़ी देवी के घर तक पहुंच गया है। वहीं राजद के अध्यक्ष लालू प्रसाद यादव के समधी चंद्रिका राय भी कोरोना संक्रमित हो गए हैं। उन्हें पटना एम्स में भर्ती किया गया है। वहीं राबड़ी देवी के आवास पर मौजूद 13 कर्मचारियों में कोरोना संक्रमण की पुष्टि हुई है। राबड़ी देवी के साथ उनके दोनों बेटे रहते हैं और कर्मचारियों के कोरोना के संक्रमण में आने के बाद उनकी मुश्किलें बढ़ गई है।